UFM Rule क्या है, ज‍िसकी वजह से फेल हो गए SSC CHSL परीक्षा में अच्‍छे अंक लाने वाले उम्‍मीदवार

SSC CHSL टियर 2 की परीक्षा में अच्छे नंबर लाने के बावजूद भी हजारों उम्मीदवारों को UFM रूल के चलते फेल कर दिया गया है.

UFM Rule क्या है, ज‍िसकी वजह से फेल हो गए SSC CHSL परीक्षा में अच्‍छे अंक लाने वाले उम्‍मीदवार

UFM Rule की वजह से कई उम्मीदवार SSC CHSL की परीक्षा में फेल हो गए हैं.

नई दिल्ली:

SSC CHSL टियर 2 की परीक्षा में अच्छे नंबर लाने के बावजूद भी हजारों उम्मीदवारों को UFM रूल के चलते फेल कर दिया गया है. इनमें से कई उम्मीदवारों ने टियर 1 परीक्षा में शानदार स्कोर करने के बाद टियर 2 परीक्षा में भी बेहतरीन प्रदर्शन किया, लेकिन फिर भी उन्हें UFM की वजह से फेल कर दिया गया है. बता दें कि UFM का मतलब एग्जाम में अनफेयर चीजों का इस्तेमाल करना होता है. गौरतलब है कि एसएससी सीएचएसएल परीक्षा का रिजल्ट 25 फरवरी को जारी किया गया था. अब हजारों उम्‍मीदवार माइक्रो ब्‍लॉगिंग साइट ट्विटर पर यूएफएम रूल को लेकर ट्वीट कर रहे हैं.

वहीं, SSC CHSL एग्जाम एक ऐसी परीक्षा है, जिसमें भले ही आपने कितना भी अच्छा प्रदर्शन किया हो, लेकिन अगर आपने SSC के नियमों का पालन नहीं किया तो आपको एग्जाम में जीरो नंबर दिए जाते हैं. ऐसा ही कुछ SSC CHSL की टियर 2 परीक्षा देने वाले उम्मीदवारों के साथ भी हुआ. एग्जाम में अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद भी हजारों उम्मीदवारों को फेल कर दिया गया है. 

इस पूरे मामले को लेकर उम्मीदवारों ने SSC के पास शिकायत दर्ज कराई है. इसपर एसएससी के चैयरमेन ब्रज राज शर्मा ने नवभारतटाइम्स ऑनलाइन से बातचीत में कहा, "UFM को लेकर कई उम्मीदवारों की शिकायत हमें मिली है, आयोग उम्मीदवारों की शिकायतों की जांच करेगा और फिर इस पर अपना फैसला देगा.'' उन्होंने आगे कहा, ''देशभर में इस समय लॉकडाउन  है, जिसकी वजह से आयोग बंद है. इन हालातों में अभी जांच शुरू नहीं की जा सकती है, लेकिन लॉकडाउन खत्म होने के बाद SSC उम्मीदवारों की शिकायतों पर जल्द काम करेगा.''

बता दें कि कई उम्मीदवारों ने सोशल मीडिया के जरिए SSC से फेल किए जाने पर शिकायत की है. एक उम्मीदवार ने ट्वीट कर लिखा, "टियर 2 एग्जाम में हमने काल्पनिक पता XYZ और 123 लिखा था, लेकिन एसएससी ने इसे UFM का केस समझकर हमें फेल कर दिया." 

UFM क्या है?
- उम्मीदवार अगर SSC की UFM की गाइडलाइन्स का उल्लंघन करके अपना एड्रेस या अपनी कोई भी निजी जानकारी लेटर में मेंशन करते हैं तो ऐसे में उम्मीदवारों को जीरो नंबर दे दिए जाते हैं. 

- अगर परीक्षा देने वाले उम्मीदवारों ने आंसर शीट में कहीं भी नाम लिख दिया या गलती से टीचर के कॉलम में अपने सिग्नेचर कर दिए तो ऐसे में या तो उम्मीदवारों की आंसर शीट की चेकिंग नहीं होती है या फिर उन्हें जीरो नंबर दिए जाते हैं. 

- पेपर के बाहर की किसी भी तरह जानकारी लिखने पर भी उम्मीदवारों को जीरो नंबर दिए जाते हैं. 

- उम्मीदवार आंसर शीट में किसी भी तरह का असली या काल्पनिक फोन नंबर या एड्रेस नहीं लिख सकते हैं. 

- आसंर शीट पर रफ वर्क करने पर भी जीरो नंबर दिए जाते हैं. 

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- अगर एग्जाम में निबंध लिखते समय उम्मीदवारों ने 10 फीसदी भी वर्ड लिमिट क्रॉस कर दी तो उनके नंबर काटे जा सकते हैं.