पिछले साल 2 मार्च को मध्य कोलकाता में अमित शाह की रैली में बीजेपी समर्थकों ने इसी तरह की नारेबाजी की थी. बाद में तब चार लोगों को कोलकाता पुलिस ने वीडियो फुटेज के आधार पर गिरफ्तार किया था.
Mamata Banerjee Contest From Nandigram : ममता बनर्जी की अगुवाई में तृणमूल कांग्रेस ने नंदीग्राम से ही 2007 में आंदोलन का बिगुल फूंका था और फिर 2011 में लेफ्ट के 34 साल पुराने किले को ढहा दिया था.
पश्चिम बंगाल में कोविड-19 संक्रमण से 20 और मरीजों की मौत के बाद मृतकों की कुल संख्या शनिवार को बढ़कर 9,922 हो गई है. इसके साथ ही 787 नए मामले सामने आने के बाद राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 5,59,886 हो गई है.
इस पत्र के जरिए केंद्र सरकार द्वारा राज्यों से कहा गया कि इस समय की गई कोई भी लापरवाही सारी मेहनत पर पानी फेर देगी, जो अब तक की गई और हालात बेहतर हुए. इन चार राज्यों में देश के कुल एक्टिव केस का का 59 फ़ीसदी है.
TMC नेता ने कहा, 'ममता बनर्जी 2011 में मुख्यमंत्री बनीं लेकिन आज भी सादी साड़ी और हवाई चप्पल में रहती हैं. उसी घर में रहती हैं, जहां पहले रहती थीं. उसी गाड़ी में टलती हैं, जिसमें पहले चलती थीं.' उन्होंने नोटबंदी और जीएसटी लागू करने के लिए भी पीएम मोदी की आलोचना की.
ठाकुर ने कहा, ‘‘आज जब मैं सौरव से मिला तो वह मुस्कुरा रहे थे. वह ठीक लग रहे थे. मैं जानता हूं कि वह जल्द ही सामान्य जीवन में लौटेंगे और भारतीय क्रिकेट को नए स्तर पर पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे. उन्हें बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है, पहले तो बीसीसीआई में और फिर देश के कई अन्य क्षेत्रों में भी.’’
भाजपा नेता ने दावा किया कि आठ जनवरी को यहां होने वाली उनकी रैली में कम से कम एक लाख लोग शामिल होंगे. उन्होंने अपने समर्थकों से कहा,‘‘ अगर रैली स्थल तक पहुंचने में किसी को भी किसी भी प्रकार की बाधा आए ,तो वह मुझे फोन कर सकता है.’’
तृणमूल कांग्रेस के संसद के दोनों सदनों में पार्टी के पांच वरिष्ठ सांसदों ने हस्ताक्षर किए हैं. इनमें सुदीप बंदोपाध्याय, काकोली घोष दस्तीदार, डेरेक ओ ब्रायन और रॉय शामिल हैं.
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बुधवार को बताया कि मामले में 21 वर्षीय पीड़िता द्वारा मंगलवार देर रात को जाधवपुर पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई जो दक्षिण 24 परगना जिले के महेशटाला की रहने वाली है. उन्होंने बताया कि पीड़िता जाधवपुर इलाके के विक्रमगढ़ इलाके में दोस्त की जन्मदिन पार्टी में शामिल होकर रात करीब 11 बजे वाहन से आ रही है जिसमें उसकी एक महिला मित्र सहित कुल तीन मित्र सवार थे.
बनर्जी ने स्थानीय तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं से कहा, ‘‘सड़क पर पोस्टर लगाएं और पूछें कि केंद्र सरकार इसे पूरा क्यों नहीं कर रही है. उनसे यह भी कहें कि अगर वे इस परियोजना को पूरा करने में अक्षम हैं तो इसे राज्य सरकार को सौंप दें और हम इसे पूरा करेंगे... बैठक, रैलियां करें और अधिकारियों का घेराव करें और इसके लिए अपनी आवाज उठाएं.’’
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि राज्य का लोक निर्माण विभाग विश्व भारती यूनिवर्सिटी के कैंपस के निकट सड़कों का नियंत्रण फिर वापस लेगी. अभी इसका संचालन विश्वविद्यालय प्रबंधन के पास है.
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक विश्व भारती के कुलपति विद्युत चक्रवर्ती परिसर में पट्टे की जमीन पर कब्जे को हटाने की तैयारी कर रहा है. Amartya Sen का नाम भी कब्जा करने वालों की सूची में रखा गया है.
उन्होंने कहा कि तृणमूल के 21 लोकसभा सांसदों में से दस और अधिकतर मंत्री कोलकाता से हैं. भाजपा नेता ने कहा, ‘‘मैं विश्वासघाती नहीं हूं. मैं मेदिनीपुर से आता हूं जो मातंगिनी हाजरा, खुदीराम बोस और ईश्वर चंद्र विद्यासागर जैसे देशभक्तों की भूमि है. मैं उस विरासत का वंशज हूं."
अभिषेक बनर्जी ने कहा, ''''स्वार्थी कारणों से तृणमूल कांग्रेस छोड़ने के इच्छुक लोग, ऐसा करने के लिए स्वतंत्र हैं. अगर आपमें हिम्मत है तो अपनी स्वयं की पार्टी का गठन करें जिस तरह 1998 में ममता बनर्जी ने किया था. उन्होंने भाजपा अथवा माकपा का दामन नहीं थामा था.''''
जदयू के विधायकों के भाजपा में शामिल होने के बाद 60 सदस्यीय अरुणाचल प्रदेश विधानसभा में अब सत्तारूढ़ भाजपा के पास 48 विधायक हैं, जबकि जदयू के पास अब सिर्फ एक विधायक बच गया है. वहीं कांग्रेस और नेशनल पीपुल्स पार्टी के चार चार विधायक हैं.
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स सामने आई थीं, जिनमें बताया गया है कि ऐतिहासिक और प्रतिष्ठित विश्व भारती विश्वविद्यालय ने राज्य सरकार को एक चिट्ठी लिखकर आरोप लगाया कि अच्छी-खासी मात्रा में उसकी जमीन पर अवैध रूप से कब्जा जमाया गया था. उसने ऐसे लोगों की एक लिस्ट भी दी है, जिसमें अमर्त्य सेन का भी नाम है.
गुरुवार को कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया कि विश्व भारती विश्वविद्यालय ने अपनी कुछ जमीन पर अवैध कब्जे को लेकर ममता सरकार को चिट्ठी लिखी है, जिसमें अमर्त्य सेन का भी नाम है. इसी रिपोर्ट पर ममता ने सेन का बचाव किया है.
ममता बनर्जी ने विश्व भारती विश्वविद्यालय के 100 साल पूरे होने पर ट्वीट किया था, लेकिन वो इसके शताब्दी समारोह में नहीं गई थीं. हालांकि, बीजेपी का कहना है ममता को आमंत्रण भेजा गया था.