ओडिशा की रशीकुल्या बीच पर कछुएं.
नई दिल्ली: कोरोनावायरस (Coronavirs) भले ही इंसानों के लिए एक बहुत बड़े खतरे के रूप में सामने आया है लेकिन कई मायनों में इससे जानवरों और पर्यावरण को फायदा हो रहा है. दरअसल, दुनियाभर के कई देशों में कोविड-19 (COVID-19) के बढ़ते मामलों को देखते हुए लॉकडाउन कर दिया गया है. ऐसे में पर्यावरण में कई सकारात्मक बदलाव भी देखे जा रहे हैं. इसी बीच ओडिशा (Odisha) की रुशिकुल्या बीच (Rushikulya Beach) पर कई सारे कछुएं (Turtle) प्रजनन के लिए पहुंच गए हैं.
वन विभाग की एक रिपोर्ट के मुताबिक लगभग 70,000 से अधिक ओलिव रिडलेज़ (Olive Ridleys) कछुए अपना घोंसला बनाने के लिए रुशिकुल्या बीच पहुंच गए हैं और जल्द ही ये मादा ओलिव रिडलेज़ प्रजनन करेंगी. इस साल ये कछुए आराम से प्रजनन कर सकेंगे क्योंकि 21 दिनों के लॉकडाउन के चलते कोई भी इंसान उन्हें परेशान नहीं करेगा.
अब तक यहां पर 7 लाख से अधिक कछुओं ने प्रजनन किया है और हर साल मार्च में ये कछुए गहिरमाथा और रुशिकुल्या बीच पर प्रजनन के लिए पहुंचते हैं और इस बार भी कछुएं अपने सयम के मुताबिक प्रजनन के लिए यहां पहुंच गए हैं. वन विभाग का मानना है कि इस साल मादा कछुएं 6 करोड़ अंडे देंगी. वहीं वन विभाग ने यह दावा भी किया है कि इस साल कछुओं की सबसे अधिक संख्या देखी गई है.