Holi: नाखूनों से आंखों तक, होली के हानिकारक रंगों से बचाएंगे शहनाज हुसैन के ये टिप्स

होली लोग खुले में रंग खेलते हैं, जिससे सूर्य की गर्मी से भी त्वचा पर विपरीत प्रभाव पड़ता है. खुले आसमान में हानिकाक पराबैंगनी किरणों के साथ-साथ नमी की कमी से त्वचा के रंग में कालापन आ जाता है.

Holi: नाखूनों से आंखों तक, होली के हानिकारक रंगों से बचाएंगे शहनाज हुसैन के ये टिप्स

होली में हानिकारक रंगों से बाल, त्वचा को बचाएं: शहनाज हुसैन

खास बातें

  • होली खेलने से 20 मिनट पहले सनस्क्रीन लगाएं
  • बालों पर हेयर क्रीम लगाएं
  • त्वचा में खुजली है तो पानी में सिरका मिलाकर त्वचा पर लगाएं
नई दिल्ली:

होली के दौरान जितना मजा रंग लगाने में आता है उतना ही दर्द होली के बाद रंग छुड़ाने में होता है. दरअसल, 'बुरा न मानो होली है' कहकर फेंकने वाले रंगों में अभ्रक, शीशा जैसे हानिकारक रसायनिक पदार्थ मिले होते हैं. इनसे त्वचा रुखी और बेजान हो जाती है, बाल झड़ने लगते हैं और त्वचा में जलन शुरू हो जाती है. 

होली के बाद भी चाहते हैं सिल्की बाल और मुलायम स्किन, तो फॉलो करें ये 12 TIPS

जाहिर है कि मौजूदा दौर में बाजार में बिकने बाले रंगों में हर्बल तथा प्राकृतिक उत्पाद नाममात्र ही होते हैं. लकिन इससे घबराने की जरुरत नहीं है. आप दिल खोलकर होली खेल सकते हैं और रंगों के हानिकारक प्रभावों से बच सकते हैं. यही नहीं, रंग छुड़ाने का टेंशन भी नहीं रहेगा, क्योंकि आप चुटकियों में रंग छुड़ा सकते हैं. इसके लिए आपको बस थोड़े से उपाय करने होंगे. 

Holi 2018: केमिकल रंगों से होते हैं ये नुकसान, इन TIPS से पहचानें रंग असली है या नकली

आमतौर पर लोग खुले में रंग खेलते हैं, जिससे सूर्य की गर्मी से भी त्वचा पर विपरीत प्रभाव पड़ता है. खुले आसमान में हानिकाक पराबैंगनी किरणों के साथ-साथ नमी की कमी से त्वचा के रंग में कालापन आ जाता है. होली खेलने के बाद त्वचा निर्जीव बन जाती है. 

Holi 2018: जानें, होलिका दहन के दौरान कैसे की जाती है पूजा और क्या है इसका महत्व

1. इससे बचने के लिए होली खेलने से 20 मिनट पहले त्वचा पर 20 एस.पी.एफ. सनस्क्रीन का लेप कीजिए. यदि आपकी त्वचा पर फोड़े, फुंसियां आदि है तो 20 एसपीएफ से ज्यादा सनस्क्रीन का उपयोग करना चाहिए. ज्यादातर सनस्क्रीन में माइश्चराइजर ही विद्यमान होता है. यदि आपकी त्वचा ज़्यादा ड्राय हैं तो सनस्क्रीन लगाने के बाद थोड़ा इंतजार करें और फिर त्वचा पर माइश्चराइजर का लेप करें. बाहों व शरीर के सभी खुले अंगों पर माइश्चराइजर लोशन या क्रीम का उपयोग करें.

Holi 2018: इन 10 मैसेजेस से अपनों को दें होली की एडवांस शुभकामनाएं

2. होली खेलने से पहले सिर में बालों पर हेयर सीरम या कंडीशनर का उपयोग करें. इससे बालों को गुलाल के रंगों की वजह से पहुंचने वाले सूखेपन से सुरक्षा मिलेगी तथा सूर्य की किरणों से होने वाले नुकसान से भी बचाव मिलेगा. 

3. आजकल बाजार में सनस्क्रीन सहित हेयर क्रीम आसानी से उपलब्ध हो जाती है. थोड़ी से हेयर क्रीम लेकर उसे दोनों हथेलियों पर फैलाकर बालों की हल्की-हल्की मालिश करें. इसके लिए आप शुद्ध नारियल तेल की बालों पर मालिश भी कर सकते है. इससे भी रासायनिक रंगों से बालों को होने वाले नुकसान को बचाया जा सकता है.

4. होली के रंगों से नाखूनों को बचाने के लिए नाखूनों पर नेल वार्निश की मालिश करनी चाहिए. होली खेलने के बाद त्वचा तथा बालों पर जमें रंगों को हटाना काफी मुश्किल कार्य है. उसके लिए सबसे पहले चेहरे को बार-बार साफ पानी से धोएं तथा इसके बाद क्लीजिंग क्रीम या लोशन का लेप कर लें तथा कुछ समय बाद इसे गीले काटन से पोछ लें. 

5. आंखों के इर्द गिर्द के हिस्से को हल्के-हल्के साफ करना न भूलें. क्लीजिंग जेल से चेहरे पर जमे रंगों को धुलने तथा हटाने में काफी मदद मिलती है. अपना घरेलू क्लींजर बनाने के लिए आधा कप ठंडे दूध में तिल, जैतून, सूर्यमुखी या कोई भी वनस्पति तेल मिला लीजिए. काटन वूल पैड को इस मिश्रण में डूबोकर त्वचा को साफ करने के लिए उपयोग में लाएं. 

6. शरीर से रासायनिक रंगों को हटाने में तिल के तेल की मालिश महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है. इससे न केवल रसायनिक रंग हट जाऐंगे, बल्कि त्वचा को अतिरिक्त सुरक्षा भी मिलेगी. 

7. तिल के तेल की मालिश से सूर्य की किरणों से हुए नुकसान की भरपाई में मदद मिलती है. नहाते समय शरीर को लूफ या वाश कपड़े की मदद से स्क्रब कीजिए तथा नहाने के तत्काल बाद शरीर तथा चेहरे पर माइश्चराइजर का उपयोग कीजिए. इससे शरीर में नमी बनाए रखने में मदद मिलेगी.

8. यदि त्वचा में खुजली है तो पानी के मग में दो चम्मच सिरका मिलाकर उसे त्वचा पर लगाएं तथा इससे खुजली खत्म हो जाएगी. इसके बाद भी त्वचा में खुजली जारी रहती है तथा त्वचा पर लाल चकत्ते तथा दाने उभर आते है तो आपकी त्वचा को रंगों से एलर्जी हो गई तथा इसके लिए आपको डॉक्टर से आवश्यक सलाह मशवरा जरूर कर लेना चाहिए. 

9. बालों को साफ करने के लिए बालों में फंसे सुखे रंगों तथा अभ्रक को हटाने के लिए बालों को बार-बार सादे ताजे पानी से धोते रहिए. इसके बाद बालों को हल्के हर्बल शैम्पू से धोएं तथा उंगलियों की मदद से शैम्पू को पूरे सिर पर फैला लें तथा इसे पूरी तरह लगाने के बाद पानी से अच्छी तरह धोएं. बालों की अंतिम धुलाई के लिए बियर को अंतिम हथियार के रूप में प्रयोग किया जा सकता है. बीयर में नींबू का जूस मिलाकर शैम्पू के बाद सिर पर उड़ेल लें. इसे कुछ मिनट बालों पर लगा रहने के बाद साफ पानी से धो डालें.

10. होली के अगले दिन दो चम्मच शहद को आधा कप दही में मिलाकर थोड़ी सी हल्दी में मिलाए तथा इस मिश्रण को चेहरे, बाजू तथा सभी खुले अंगों पर लगा लें. इसे 20 मिनट लगा रहने दें तथा बाद में साफ ताजे पानी से धो डालें. इससे त्वचा से कालापन हट जाएगा तथा त्वचा मुलायम हो जाएगी.

11. होली के अगले दिनों के दौरान अपनी त्वचा तथा बालों को पोषाहार तत्वों की पूर्ति करें. एक चम्मच शुद्ध नारियल तेल में एक चम्मच अरंडी का तेल मिलाकर इसे गर्म करके अपने बालों पर लगाएं. गर्म पानी में तौलिया भीगों कर पानी को निचोड़ दें और तौलिए को सिर पर लपेट लें. इसे 5 मिनट तक पगड़ी की तरह सिर पर बंधा रहने दें. इस प्रक्रिया को 4-5 बार दोहराने से सिर पर तेल को जमने में मदद मिलती है. एक घंटा बाद बालों को साफ पानी से धोएं. 

देखें वीडियो - श्रीदेवी का एनडीटीवी के साथ आखिरी वीडियो
 


Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com