नासा ने बुधवार को अपने इस हेलीकॉप्टर के नाम की घोषणा की.
नई दिल्ली: नासा (NASA) के पहले मार्स हेलीकॉप्टर का नाम आखिरकार रख लिया गया है और इसका श्रेय भारतीय मूल की वनीज़ा रुपाणी को जाता है. दरअसल, वनीज़ा रुपाणी अल्बामा के नॉर्थपोर्ट में स्थित एक हाई स्कूल में पढ़ती हैं और उन्होंने नासा के ''नेम द रोवर'' कॉन्टेस्ट में हिस्सा लेते हुए, हेलीकॉप्टर के नाम के ऊपर निबंध लिखा था.
वनीज़ा के सुझाव के बाद, नासा के इस मार्स हेलीकॉप्टर को आधिकारिक रूप से इंजिन्यूटी (Ingenuity) नाम दिया गया है. यह दूसरे ग्रह पर संचालित उड़ान भरने वाला पहला विमान होगा. बता दें, नासा ने मार्च में घोषणा की थी कि वो अपने दूसरे रोवर का नाम परसेवरैंस (Perseverance) रखेंगे. इस रोवर का नाम सातवीं कक्षा के बच्चे एलेक्जेंडर माथर के निबंध के आधार पर रखा गया है. इसके बाद एजेंसी ने मार्च हेलीकॉप्टर का नाम भी निबंध के आधार पर रखने का ही फैसला किया था.
नासा ने ट्वीट करते हुए लिखा, ''हमारे मार्स हेलीकॉप्टर का नया नाम इंजिन्यूटी है. छात्रा विनेज़ा रूपाणी ने 'नेम द रोवर' प्रतियोगिता में यह नाम सुझाया था. इंजिन्यूटी मार्स की सवारी @NASAPerservere के साथ करेगा और दूसरी दुनिया में उड़ान भरेगा.''
नासा के मुताबिक, वनीज़ा उन 28,000 छात्रों में से एक हैं, जिन्होंने यूएस के हर एक राज्य और क्षेत्र से निबंध भेजे थे. इसके बाद नासा ने बुधवार को मार्च हेलीकॉप्टर के नाम की घोषणा की.
नासा द्वारा जारी की गई एक प्रेस रिलीज के मुताबिक, वनीज़ा ने अपने निबंध में लिखा था, ''इंजिन्यूटी और कड़ी मेहनत करने वालों लोगों की समझदारी की वजह से ही अंतरिक्ष यात्रा की चुनौतियों को पार कर पाते हैं और अंतरिक्ष के चमत्कारों को अनुभव कर पाते हैं.'' इसमें आगे लिखा था, '' इंजिन्यूटी वो है जिसकी मदद से हम आश्चर्यजन चीजों का अनुभव कर पाते हैं और ब्रह्मांड के किनारों तक पहुंच पाते हैं.''
जानकारी के मुताबिक इंजिन्यूटी (Ingenuity) और परसेवरैंस (Perseverance) को इस साल जुलाई में लॉन्च किया जाएगा जो अगले साल फरवरी में मार्स पर लैंड करेंगे. नासा के मुताबकि, ''रोवर मार्स से सैंपल इक्ट्ठा करेगा और हेलीकॉप्टर वहां उड़ने की कोशिश करेगा. अगर हेलीकॉप्टर वहां उड़ने में सफल होता है तो इससे भविष्य में मार्स पर कई अन्य मिशन किए जा सकेंगे.''