पति के साथ घर वापस जाने के लिए नहीं थे पैसे तो महिला को बेचना पड़ा अपना मंगलसूत्र

चंदन और उसके दोस्त ने 5-5 हजार की दो साइकिल खरीदी और अपनी लंबी यात्रा शुरू कर दी. इसके बाद उन्हें कटक में कुछ सामाजिक कार्यकर्ता मिले.

पति के साथ घर वापस जाने के लिए नहीं थे पैसे तो महिला को बेचना पड़ा अपना मंगलसूत्र

दो साइकिल खरीदने के लिए महिला ने 15,000 रुपये में बेचा अपना मंगलसूत्र.

नई दिल्ली:

लॉकडाउन (Lockdown) की वजह से देशभर में दिहाड़ी मजदूरी (Daily Wage Workers) पर काम करने वाले लोगों की मुसीबतें काफी बढ़ गईं. जॉब खोने के साथ-साथ आर्थिक तंगी और संसाधनों की कमी की वजह से प्रवासी मजदूरों को कई किलोमीटर पैदल चलकर अपने-अपने घर वापस जाना पड़ा. ऐसा करते वक्त बहुत से लोगों ने अपने करीबियों को भी खो दिया. 

इसी बीच हाल ही में एक मामला सामने आया है, जहां एक महिला को अपने जेवर बेचने पड़े ताकि वह वापस अपने घर जा सके. दरअसल, 3 प्रवासियों को बेंगलुरु से अपने घर कटक जाना था और इसमें एक कपल भी शामिल था. हालांकि, इसके लिए उन्हें साइकिल की जरूरत थी लेकिन उनके पास पैसे नहीं थे. इस वजह से महिला को 15,000 रुपये में अपना मंगलसूत्र बेचना पड़ा.

न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, ''मंगलसूत्र बेचकर मिले पैसों से उन्होंने दो साइकिल खरीदी और अपनी लंबी यात्रा शुरू की." इस बारे में बात करते हुए चंदन जेना ने कहा, "हमने पिछले 2 महीनों से पैसे नहीं कमाएं और हमारा सारा पैसा खत्म हो गया. इस वजह से आखिर में मेरी पत्नी को अपना मंगलसूत्र 15,000 रुपये में बेचना पड़ा ताकि हम 2 साइकलि खरीद सकें. इसके बाद हम बेंगलुरु से निकल गए". 

चंदन और उसके दोस्त ने 5-5 हजार की दो साइकिल खरीदी और अपनी लंबी यात्रा शुरू कर दी. इसके बाद उन्हें कटक में कुछ सोशल वर्कर्स मिले. इन सोशल वर्कर्स ने न केवल उन्हें खाना दिया बल्कि उन्हें उनके घर यानी ओडिशा में बासुदेवपुर के भद्रक तक भी पहुंचाया. 

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हालांकि, इस मुश्किल वक्त में बहुत से लोग प्रवासी मजदूरों की मदद के लिए आगे आए हैं. जैसे एक 12 की बच्ची ने अपने गुल्लक की सारी सेविंग्स 3 प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाने के लिए दान कर दी. 

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