मानसून सत्र: कर्मचारियों और पत्रकारों की रोजाना एंटीजन जांच अनिवार्य

सांसदों के कोरोना वायरस (Coronavirus) से संक्रमित होने के नए मामलों के आने के बाद अब नए प्रोटोकॉल के मुताबिक, संसद परिसर में प्रवेश करने वाले वहां के सभी कर्मचारियों और पत्रकारों की रोजाना एंटीजन जांच (antigen screening) अनिवार्य कर दी गई है.

मानसून सत्र: कर्मचारियों और पत्रकारों की रोजाना एंटीजन जांच अनिवार्य

मानसून सत्र: कर्मचारियों और पत्रकारों की रोजाना एंटीजन जांच अनिवार्य

नई दिल्ली:

सांसदों के कोरोना वायरस (Coronavirus) से संक्रमित होने के नए मामलों के आने के बाद अब नए प्रोटोकॉल के मुताबिक, संसद परिसर में प्रवेश करने वाले वहां के सभी कर्मचारियों और पत्रकारों की रोजाना एंटीजन जांच (antigen screening) अनिवार्य कर दी गई है. संसद के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दोनों सदनों के सदस्य एक निश्चित अंतराल के बाद आरटी-पीसीआर जांच करवा रहे हैं. सांसद चाहे जितनी बार, आरटी-पीसीआर जांच करा सकते हैं. संसद की कार्यवाही का प्रेस दीर्घा से कवरेज करने वाले पत्रकारों के पास भी आरटी-पीसीआर जांच कराने के विकल्प खुले हैं. यह जांच 72 घंटे के लिए मान्य है.

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चूंकि आरटी-पीसीआर जांच (RT PCR test )की रिपोर्ट आने में देरी लगती है, इसलिए एंटीजन जांच रोज किया जाना अनिवार्य कर दिया गया हैं अपने संबंधित मंत्रियों के साथ संसद पहुंचने वाले अधिकारियों को भी 72 घंटे के भीतर हुई आरटी-पीसीआर जांच की अपनी रिपोर्ट दिखानी होगी. उल्लेखनीय है कि केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी और प्रह्लाद पटेल कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं. दोनों ने संसद के चालू सत्र में हिस्सा लिया है. 14 सितंबर को संसद की शुरुआत से पहले हुई जांच में भी कई सांसद कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे. उन्हें संसद की कार्यवाही से दूर रहने की सलाह दी गई है.



(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)