Organic Gardening At Home : खाना चाहते हैं फ्रेश सब्जियां ? तो इन तरीकों से घर पर उगाएं ऑर्गेन‍िक वेजिटेबल्‍स

Organic Gardening : ऑर्गेनिक सब्जियां हमारे शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं. इससे शरीर का मोटापा नहीं बढ़ता. साथ ही हम कई रोगों से मुक्त रहते हैं. इस तरह के फूड आइटम्स काफी समय तक सुरक्षित रहने के साथ अच्छी सुगंध वाले और ताजे बने रहते हैं.

Organic Gardening At Home : खाना चाहते हैं फ्रेश सब्जियां ?  तो इन तरीकों से घर पर उगाएं ऑर्गेन‍िक वेजिटेबल्‍स

Organic Gardening : ऑर्गेनिक सब्जियों को आप अपने घर पर भी उगा सकते हैं.

नई द‍िल्‍ली :

Organic Gardening : इन दिनों हेल्थ को लेकर जागरूकता काफी बढ़ी है और स्वास्थ्य के प्रति इसी सजगता के चलते ऑर्गेनिक फल और सब्जियों की लोकप्रियता भी काफी बढ़ गई है. ऑर्गेनिक सब्जियों में उच्च स्तर के एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, लिहाजा ये हमारे शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं. इससे शरीर का मोटापा नहीं बढ़ता.  साथ ही हम कई रोगों से मुक्त रहते हैं. बाजार में ऑर्गेनिक सब्जियां बेची जाने लगी हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि ऑर्गेनिक सब्जियों को आप अपने घर पर भी उगा सकते हैं. कैसे उगाएं अपने किचन गार्डन में ऑर्गेनिक सब्जियां और क्या है ये ऑर्गेनिक फार्मिंग आइये जानते हैं. 

6g5go14c

ऑर्गेनिक फार्मिंग क्या है

जैविक खेती (Organic Farming) पुराने  तरीके से की जाने वाली खेती है, जो जमीन की नेचुरल क्षमता बना कर रखती है. ऑर्गेनिक फार्मिंग से पर्यावरण बिल्कुल शुद्ध बना रहता है, साथ ही मिट्टी की जलधारण क्षमता बढ़ जाती है. जैविक खेती में केमिकल का इस्तेमाल नहीं किया जाता है और कम लागत में अच्छी पैदावार होती है. 

घर पर की जा सकती है जैविक खेती

अगर आप भी अपने घर पर ही आर्गेनिक सब्जियां उगाना चाहते हैं तो इसमें कोई मुश्किल नहीं है. आप घर के आंगन में या फिर छत पर भी इन्हें उगा सकते हैं. घर में उगाने के लिए हरे प्याज, भिंडी, टिंडे, टमाटर, हरी मिर्च, चवला फली, ग्वार फली, गिलकी, लौकी, करेले, अरबी और पालक आदि  बेहतर विकल्प हैं.

ऐसे करें शुरुआत

अगर आप पेस्टिसाइड के स्वाद वाली सब्जियों से मुक्ति चाहते हैं तो अपने छत पर ही शुद्ध सब्जियां उगाइए. इन सब्जियों पर कीटनाशक की जगह गोमूत्र का इस्तेमाल किया जाता है. जबकि रासायनिक खाद के बदले जैविक खाद का इस्तेमाल किया जाता है. पौधों को कीड़ों से बचा कर रखने के लिए गोमूत्र के साथ ही छाछ को सड़ाकर पौधों पर उसका छिड़काव कर सकते हैं.

साथ ही नीम फली को पौधों की मिट्टी में डाल सकते हैं. जैविक खाद के लिए सब्जियों और फलों के वेस्ट, सूखी पत्तियों और गोबर को एक ड्रम में डालकर उस पर ढक्कन लगा दीजिए. इन डर्म की दीवार पर जरूर ही छेद होना चाहिए ताकि डीकम्पोज होने के लिए हवा मिल सके. एक महीने में खाद तैयार हो जाएगी, जिसे डर्म के नीचे बड़ा छेद बना कर निकाल सकते हैं. शुरुआत 30-40 पौधों से कर सकते हैं. बीज से बेहतर होगा आप नर्सरी से पौधे खरीदें. अनुभव हो जाने पर आप बीज का इस्तेमाल भी कर सकते हैं. गमले या प्लास्टिक के बैग 10 से 12 इंच की ऊंचाई के होने ही चाहिए. प्लास्टिक बैग ऐसे हों, जिनमें छेद हों. हर पौधे के नीचे एक प्लेट होना चाहिए ताकि पानी का छत पर न रिसे.

इन सब्जियों की कर सकते हैं खेती
जैविक खेती करनी है तो मैथी और पालक से शुरुआत करें ये जल्दी और आसानी से बढ़ती हैं. इस तरह आपका हौसला बना रहेगा. इसके साथ ही आप  टमाटर, भिंडी, प्याज आदि उगा सकते हैं.

gardening and vastu

इन बातों का रखिए ध्यान

पौधे तैयार करते समय इसके तले में मिट्टी के मटके के टुकड़े या मिट्टी के दीपक रख दीजिए. उस पर सूखे पत्तों की लेयर जमाइए. फिर मिट्टी और खाद का मिश्रण डाल दीजिए. पौधे गमले के बीच में संतुलित गहराई में लगाएं. पानी के लिए गमले में 2-3 इंच मिट्टी की जगह खाली जरूर रखिए. पौधों को पानी कड़क धूप में नहीं देना चाहिए, इससे उन्हें नुकसान पहुंच सकता है. सिर्फ मौसमी सब्जियां ही उगाइए. माली के भरोसे रहना ठीक नहीं है, खुद रोज अपने ऑर्गेनिक गार्डन को समय दीजिए. कड़ी धूप से बचाने के लिए हरी नायलॉन जाली का इस्तेमाल करिए, हालांकि जरूरत के मुताबिक ही इसका इस्तेमाल करना है.

इस मेहनत के बाद आपके ऑर्गेनिक गार्डन में जो सब्जियां पैदा होंगी, यकीन मानिए उनका स्वाद बाजार से खरीदी सब्जियों के मुकाबले कमाल का होगा. 

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com