खट्टी-मीठी यादों को संजोकर रखने का माध्‍यम है ‘पर्सनल डायरी’

आपकी डायरी आपका अकेलापन दूर करने में काफी मददगार साबित हो सकती है. अगर जिंदगी में कोई दोस्‍त न मिले तो इस डायरी को अपना दोस्त बना लें.

खट्टी-मीठी यादों को संजोकर रखने का माध्‍यम है ‘पर्सनल डायरी’

खट्टी-मीठी यादों को संजोकर रखने का माध्‍यम है ‘पर्सनल डायरी’

आप हर रोज कुछ न कुछ सीखते हैं. नये दोस्त, नई बातें और साथ ही कुछ खट्टी-मीठी यादें... आपके जीवन से जुड़ती चली जाती हैं. क्यों न इन रोज की सुनहरी यादों को एक तस्वीर की तरह अपनी डायरी में संजोया जाए. कहते हैं गुजरा हुआ दिन दोबारा कभी नहीं आता, लेकिन आप उन बीते हुए दिनों को एक डायरी में संजोकर रख सकते है.
 
हर शाम सोने से पहले पूरे दिन का ब्‍यौरा एक डायरी में लिखें. अब इन पन्‍नों को पलटनेभर से आप अपने बीते दिनों को फिर से जी सकते हैं. आप बीते हुए दिनों के किस्सों, यादों को बिल्‍कुल नजदीक से स्पर्श कर पाएंगे और एक बार फिर खो जाएंगे उन पुरानी खुबसूरत यादों में... आइए जानते हैं कैसे एक डायरी आपके जीवन में बदलाव ला सकती है.
 
जिंदगी को रिकॉर्ड करती है डायरी

अपनी पर्सनल डायरी का सबसे बड़ा फायदा ये होता है कि आपके पास हर चीज का रिकॉर्ड रहता है, अपने दोस्‍तों और जानने वालों से बातचीत के अंश यदि आप डायरी में लिखेंगे, तो आप कभी कोई भी जरुरी बात भूल नहीं पाएंगे.
 
दूर होता है डिप्रेशन
आज की लाइफ में जहां लोग एक-दूसरे के लिए समय नहीं निकाल पाते, तो ऐसे में आपकी डायरी आपका अकेलापन दूर करने में काफी मददगार साबित हो सकती है. अगर जिंदगी में कोई दोस्‍त न मिले तो इस डायरी को अपना दोस्त बना लें. यकीन मानिए ये डायरी आपको अवसाद के खतरे से बचा जरूर लेगी.
 
सेल्फ असेसमेंट करने में मिलेगी मदद

पर्सनल डायरी से आप खुद का आंकलन भी कर सकते हैं. आप अपनी अच्छाई- बुराई को जानकर खुद में जरूरी बदलाव भी कर सकते हैं. ये परिवर्तन आपके जीवन में नये आयाम लाने में बेहद कारगर साबित होंगे.
 
आएगी अच्छी नींद

दिनभर के काम के बाद जब आप रात में अपनी डायरी लिखते हैं, तो ये डायरी आपको कब अपने आगोश में ले लेती है, पता ही नहीं चल पाता. लिखते-लिखते आपको प्यारी-सी नींद आने लगती है.
 
अच्छी होगी याददाशत

यदि आप रोज अपनी पर्सनल डायरी मेंटेन करते हैं तो आप अपने दोस्त-परिजनों आदि से जुड़ी महत्वपूर्ण तारीखें जैसे बर्थेडे, एनिवर्सरी या आपके किसी शुभ चिंतक द्वारा दी सलाह नहीं भूलेंगे.
 
लेखन में होता है सुधार
अपनी भावनाओं को कम और स्पष्ट शब्दों में कह पाना किसी कला से कम नहीं होता. ये कला आप को औरों से अलग बनाती है, यानि यह कहना गलत नहीं होगा कि ‘पर्सनल डायरी’ भाषा पर आपकी पकड़ अच्छी और मजबूत बनाती है.
 
नए अनुभवों से बदलेगी सोच
आप अपनी डायरी में दूसरे लोगों के अनुभव भी लिखें, ताकि आप किसी दूसरे के अनुभवों से भी सीखने की आदत अपने अंदर विकसित कर पाएं.


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