अंग्रेजी गानों की वजह से सुनने पड़े ताने, लेकिन हर बाधा को पार किया : उषा उथुप

जानी-मानी गायिका उषा उथुप की आधिकारिक जीवनी 'उल्लास की नाव' का लोकार्पण मंगलवार की शाम नई दिल्ली स्थित इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में किया गया.

अंग्रेजी गानों की वजह से सुनने पड़े ताने, लेकिन हर बाधा को पार किया : उषा उथुप

उषा उथुप की जीवनी का दिल्ली में लोकार्पण हुआ.

नई दिल्ली :

भारत में पॉप संगीत को एक नया आयाम और नई ऊंचाई देने वालीं जानी-मानी गायिका उषा उथुप की आधिकारिक जीवनी 'उल्लास की नाव' का लोकार्पण मंगलवार की शाम नई दिल्ली स्थित इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में किया गया. यह जीवनी विकास कुमार झा ने लिखी है. कार्यक्रम में राजकमल प्रकाशन समूह के प्रबंध निदेशक अशोक महेश्वरी ने कहा " किताब की पांडुलिपि देखने के बाद मैं चकित रह गया. उषा जी की जीवनी न केवल सुन्दर ढंग से लिखी हुई थी, बल्कि उसे उषा जी ने अपनी आधिकारिक जीवनी का मान भी दिया था. यह हमारे लिए, बल्कि हिंदी के लिए गौरव की बात थी."

किताब पर बातचीत करते हुए वरिष्ठ पत्रकार कावेरी बामजाई ने कहा 'क्षण भर की खुशी के लिए उषा जी को बहुत आंसू बहाने पड़े.' किताब लिखने के दौरान उषा जी के साथ अपने अनुभवों को साझा करते हुए लेखक विकास कुमार झा ने इस किताब की रचना प्रक्रिया के सम्बन्ध में कई दिलचस्प किस्सों से रूबरू करवाया. उन्होंनें कहा -' यह उस साधारण स्त्री के जीवन की कथा है, जिसने कई असाधारण काम किये.'

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कार्यक्रम के दौरान उषा उथुप ने अपने पारिवारिक जीवन के कई किस्से सुनाए. उन्होंने कहा ' 70 के दशक में मैं अंग्रेजी गाने गाती थी, जिसके लिए मुझे लोगों ने बहुत ताने भी दिए. लेकिन संगीत मेरी आस्था है और इसके साथ मैंने जीवन की सारी बाधाओं को पार किया है.' देश दुनिया की करीब 22 भाषाओं में गाने गाने वाली संगीतकार उषा उथुप ने अपने मशहूर गाने श्रोताओं के सामने प्रस्तुत कर कार्यक्रम की शाम में चार चांद लगा दिए.