'पद्मावत' में खिलजी को देखने के बाद जिस नेता की याद आई थी जयाप्रदा को अब उसी के खिलाफ लड़ेंगी चुनाव

रामपुर लोकसभा सीट की तो साल 2014 के लोकसभा चुनाव में यह सीट बीजेपी के खाते में गई थी. बीजेपी प्रत्याशी डॉ. नेपाल सिंह 358616 वोट पाकर विजयी हुए थे.

'पद्मावत' में खिलजी को देखने के बाद जिस नेता की याद आई थी जयाप्रदा को अब उसी के खिलाफ लड़ेंगी चुनाव

आजम खान के खिलाफ जया प्रदा लड़ेगी लोकसभा 2019 का चुनाव

नई दिल्ली:

हिंदी फिल्मों में अभिनेत्री और दो बार सांसद रहीं जयाप्रदा  बीजेपी में शामिल हो गई हैं. पार्टी और उनको रामपुर संसदीय सीट से समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान के खिलाफ लड़ाने जा रही है. आपको जानकर हैरान हो सकती है कि जयाप्रदा समाजवादी पार्टी की टिकट से ही दो बार रामपुर सीट से साल 2004 और 2009 में सांसद चुनी जा चुकी हैं. दोनों ही बार जया ने कांग्रेस के प्रत्याशी बेगम नूर बानों को हराया था. साल 1994 में जयप्रदा ने आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एनटी रामाराव की पार्टी तेलगु देशम पार्टी में शामिल होकर अपनी राजनीति की शुरुआत की थी. 1996 में आंध्र प्रदेश से राज्यसभा में पहुंची थीं. बाद में उनके मतभेद चंद्रबाबू नायडू से हो गए और वह समाजवादी पार्टी  में शामिल हो गईं. जब मुलायम सिंह यादव और अमर सिंह के बीच मतभेद हुए तो उन्होंने समाजवादी पार्टी भी छोड़ दी और अब वह पहली बार किसी राष्ट्रीय पार्टी में शामिल हुई है. बीच-बीच में अमर सिंह के भी बीजेपी में जाने की खबरें आती रही हैं. कुछ दिन पहले ही अमर सिंह ने आजमगढ़ स्थित अपनी पैतृक संपत्ति आरएसएस को दान दी थी. 

जयाप्रदा का खुलासा: अमर सिंह मेरे 'गॉडफादर', आजम खान ने एसिड अटैक करवाने की कोशिश की

बात करें रामपुर लोकसभा सीट की तो साल 2014 के लोकसभा चुनाव में यह सीट बीजेपी के खाते में गई थी. बीजेपी प्रत्याशी डॉ. नेपाल सिंह 358616 वोट पाकर विजयी हुए थे. दूसरे नंबर पर यहां समाजवादी पार्टी थी जिसे 335181 वोट मिले थे. कांग्रेस तीसरे और बीएसपी चौथे नंबर पर रही थी. इस बार समाजवादी पार्टी और बीएसपी मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं और इस हिसाब से देखें तो जयाप्रदा की राह आसान नहीं होगी.

जयाप्रदा बोलीं, अमर सिंह को राखी बांध दूं तब भी लोग हमारे रिश्तों के बारे में बातें बनाएंगे

रामपुर से कांग्रेस 8 बार लोकसभा का चुनाव जीत चुकी है. इसके बाद 2004 और 2009 का चुनाव सपा और 2014 का चुनाव बीजेपी ने जीता है. साल 1998 में बीजेपी की टिकट पर मुख्तार अब्बास नकवी भी यहां से जीत दर्ज कर चुके हैं. 

जयाप्रदा की गाड़ी से उतारी गई लालबत्ती​

आजम खान के साथ जयाप्रदा की अदावत पुरानी है. वह अमर सिंह को अपना ‘गॉडफादर' मानती हैं. हालांकि जयाप्रदा कहती हैं कि अगर वह अमर सिंह (Amar Singh) को राखी भी बांध दें, तब भी लोग उनके बारे में बाते बनाना बंद नही करेंगे. जयाप्रदा ने सपा नेता और रामपुर से विधायक आजम खान पर भी गंभीर आरोप लगाए और दावा किया कि आजम खान ने उनके उपर तेजाब हमला कराने की कोशिश की थी. इतना ही नहीं फिल्म पद्मावत देखने के बाद उन्होंने कहा, 'मैं जब पद्मावत देख रही थी तो खिलजी के किरदार ने मुझे आजम खां की याद दिला दी. मैं सोच रही थी कि जब मैं रामपुर से चुनाव लड़ रही थी तब उस शख्स ने किस तरह से मुझे प्रताड़ित किया था.' वहीं उनके गॉडफादर अमर सिंह का कहना है कि अगर जयाप्रदा आजम खान पर 'मी टू' का आरोप लगा दें तो वह जेल चले जाएंगे. 

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