बेगूसराय : चुनावी सभा में 'नमूना' कहने पर कन्हैया ने अमित शाह को यह दिया जवाब

कन्हैया ने अमित शाह से कहा कि आपने तो बेगूसराय, बिहारियों और रामधारी सिंह दिनकर तीनों को एक शब्द से अपमानित कर दिया

बेगूसराय : चुनावी सभा में 'नमूना' कहने पर कन्हैया ने अमित शाह को यह दिया जवाब

कन्हैया कुमार ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए इसे बेगूसराय के लोगों का अपमान कहा है.

खास बातें

  • अमित शाह ने कन्हैया को 'नमूना' और 'टुकड़े-टुकड़े गैंग' का सदस्य कहा
  • कन्हैया ने कहा भाजपा के लोग बेगूसराय के लोगों का अपमान कर रहे
  • कहा- 29 तारीख को भाजपा को इसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा
बेगूसराय:

भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह (Amit Shah) ने बेगूसराय (Begusarai) से CPI प्रत्याशी कन्हैया (Kanhaiya Kumar) को 'नमूना' और 'टुकड़े-टुकड़े गैंग' का सदस्य कहा तो कन्हैया ने भी उन पर बेगूसराय वासियों, बिहार के निवासियों और राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर का अपमान करने का उल्टा आरोप जड़ दिया.

कन्हैया (Kanhaiya Kumar) ने अमित शाह (Amit Shah) के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि 'जो लोग देश की संपदा को लूट रहे हैं, गरीबों के हक़ मार रहे हैं, उनके टुकड़े पर पलने वाले ये भाजपा के लोग उन्हें टुकड़े-टुकड़े गैंग का बताकर बेगूसराय के लोगों का अपमान कर रहे हैं.'

कन्हैया के अनुसार 'बेगूसराय के लोगों ने इस अपमान को लगातार कई सालों से झेला है लेकिन मुझे उम्मीद है कि 29 तारीख को भाजपा को इसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा.'

बेगूसराय : अमित शाह ने कन्हैया को कहा नमूना, जानिए- 'टुकड़े-टुकड़े गैंग' कहने के पीछे क्या है मंशा

कन्हैया (Kanhaiya Kumar) के हिसाब से अमित शाह का बयान सिर्फ बेगूसराय के एक व्यक्ति का अपमान नहीं है बल्कि दिनकर की धरती का अपमान भी है. कन्हैया ने कहा कि दिनकर जी की पुण्यतिथि पर अमित शाह (Amit Shah) ने जैसे राष्ट्रकवि की धरती को अपमानित करने का काम किया है, न केवल बेगूसराय बल्कि पूरे बिहार के लोग उनसे इस अपमान का बदला जरूर लेंगे.

VIDEO : बेगूसराय में कन्हैया कुमार को लेकर कैसा है माहौल

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इस वाक युद्ध से साफ हैं कि फिलहाल कन्हैया (Kanhaiya Kumar) को लग रहा है कि अमित शाह ने उन्हें बैठे बिठाए एक मुद्दा दे दिया है. उन्हें लगता है कि भाजपा के उनके ख़िलाफ़ राष्ट्रवाद के मुकाबले स्थानीय लोगों और बिहारियों के अपमान का अभियान चलाकर लोगों की सहानुभूति हासिल की जा सकती है.