राजस्थान में उपचुनाव और विधानसभा इलेक्शन में मिले झटकों से क्या उबर पाएगी बीजेपी?

राजस्थान में 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने सभी 25 सीटें अपनी झोली में डालीं थीं, मगर उपचुनाव में दो सीटों पर हार का सामना करना पड़ा. क्या बीजेपी उपचुनाव के झटकों से इस बार लोकसभा चुनाव में उबर पाएगी.?

राजस्थान में उपचुनाव और विधानसभा इलेक्शन में मिले झटकों से क्या उबर पाएगी बीजेपी?

राजस्थान का अतीत गौरवशाली रहा है. राजे-रजवाड़ों के शासन और शौर्य के लिए यह जाना जाता रहा है.

नई दिल्ली:

अतीत में राजे-रजवाड़ों के शासन और शौर्य के लिए मशहूर राजस्थान की जनता सियासी रूप से बहुत सचेत है. हर पांच साल बाद होने वाले विधानसभा चुनावों में अमूमन बदलती सरकारों को देखकर इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है. 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने राजस्थान में कांग्रेस का सूपड़ा साफ कर दिया था. कुल 25 की 25 सीटें पर बीजेपी को जीत मिली थी. मगर उसी राजस्थान की जनता ने  2018 में अलवर और अजमेर लोकसभा सीटों के हुए उपचुनाव में बीजेपी को करारा झटका देते हुए हार का स्वाद चखा दिया. वहीं बाद में दौसा से बीजेपी सांसद हरीश मीड़ा ने इस्तीफा देकर कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा का चुनाव लड़कर जीता और विधायक बनना पसंद किया. इस प्रकार बीजेपी के पास अब राज्य में 25 की जगह 22 सांसद हैं.

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इस बार के लोकसभा चुनाव में क्या बीजेपी पुराना पुदर्शन दोहराने में सफल होगी या फिर उपचुनाव में अजमेर और अलवर जैसी हार चुकी सीटों को फिर से पार्टी अपनी झोली में डालेगी, इस पर सबकी निगाहें टिकी हैं. बता दें कि राज्य में लोकसभा की दो सीटों के उपचुनाव में हार के झटकों से बीजेपी उबरी नहीं थी कि पिछले साल दिसंबर, 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी की वसुंधरा सरकार को हार का सामना करना पड़ा. राजस्थान की कुल दो सौ से 199 सीटों पर चुनाव हुआ. जिसमें कांग्रेस को 99 सीटें मिलीं, वहीं बीजेपी को 73 सीटों से ही संतोष करना पड़ा. जबकि बसपा को छह और रालोद को एक तथा 20 सीटें निर्दलीयों को मिलीं. बाद में बची इकलौती सीट पर भी चुनाव हुआ तो इसे जीतकर कांग्रेस सीटों का आंकड़ा 100 तक पहुंचाने में सफल रही. राजस्थान में इस वक्त अशोक गहलोत मुख्यमंत्री और सचिन पायलट डिप्टी सीएम हैं. 

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लोकसभा सीटें- अजमेर, उदयपुर , करौली-धौलपुर, कोटा , अलवर , चित्तौड़गढ़, चूरू, जयपुर ग्रामीण, जयपुर, जालौर, जोधपुर, झालावाड़-बारां लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र, झुंझुनू , टोंक-सवाई माधोपुर , दौसा , नागौर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र, पाली लोक सभा, बांसवाड़ा,बाड़मेर,बीकानेर, भरतपुर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र, भीलवाड़ा लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र, राजसमन्द, श्रीगंगानगर लोक, सीकर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र
कुल जनसंख्या-6,85,48,437
कुल क्षेत्रफल-   3,42,239.00 किमी² 
कुल जिले-33
विधानसभा सीट-200
राज्यसभा सीट-10
राज्य की स्थापना- 30/मार्च/1956
राज्यपाल-कल्याण सिंह

मुख्यमंत्री- अशोक गहलोत

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लोकसभा चुनाव कब- राजस्थान की 25 लोकसभा सीटों के लिए चौथे और पांचवें चरण में मतदान होगा.
कुल मतदाता-राजस्थान में कुल 4.86 करोड़ मतदाता हैं, जिसमें  2.53 करोड़ पुरुष और 2.32 करोड़ महिला वोटर हैं.