राज बब्बर ने जब कांग्रेस ज्वाइन कर सपा को दिया था झटका, अखिलेश की पत्नी को दी थी करारी शिकस्त

बॉलीवुड में अपना परचम लहराने के बाद राज बब्बर (Raj Babbar) को अब राजनीति में कुशल राजनीतिज्ञ के तौर पर पहचाना जाता है.

राज बब्बर ने जब कांग्रेस ज्वाइन कर सपा को दिया था झटका, अखिलेश की पत्नी को दी थी करारी शिकस्त

कांग्रेस नेता राज बब्बर - (फाइल फोटो)

खास बातें

  • राज बब्बर यूपी के फतेहपुर सीकरी से लड़ेंगे चुनाव
  • राजनीति करियर में तीन पार्टियां बदली
  • पिछले 10 सालों से कांग्रेस संग राज बब्बर
नई दिल्ली:

बॉलीवुड में अपना परचम लहराने के बाद राज बब्बर (Raj Babbar) को अब राजनीति में कुशल राजनीतिज्ञ के तौर पर पहचाना जाता है. वर्तमान समय में राज बब्बर उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष है और लोकसभा चुनाव 2019 में वह फतेहपुर सीकरी सीट से चुनाव लड़ेंगे. यूपी में कांग्रेस के कद्दावर नेता राज बब्बर (Raj Babbar) की सीट बदल दी गई है. उन्हें मुरादाबाद की जगह फतेहपुर सीकरी से अपना दांव दिखलाने के लिए मौका दिया गया है. वहीं पार्टी ने मुरादाबाद में उनकी जगह इमरान प्रतापगढ़ी को टिकट दिया गया है. राज बब्बर के राजनीति करियर के बारे में बात करें तो उन्होंने उत्तर प्रदेश से दो बार लोकसभा सांसद रह चुके हैं और 1989 में पहली बार जनता दल के जरिए पॉलिटिक्स में एंट्री मारी थी.

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राज बब्बर ने अपने राजनैतिक करियर में तीन पार्टियां बदली. जनता दल से जुड़ने के करीब 5 साल के बाद समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव के पास पहुंचे. जहां वह पहली बार 1994 में सपा से राज्यसभा के लिए चुने गए. करीब 10 साल बाद 2004 में लोकसभा चुनाव में सपा द्वारा मिले टिकट से जीतकर लोकसभा पहुंचे. साल 2006 में उनका समाजवादी पार्टी से रिश्ता टूट गया. दो साल के बाद 2008 में राज बब्बर ने कांग्रेस पार्टी ज्वाइन कर लिया. राज बब्बर अब तक राजनैतिक करियर में अपनी अच्छी-खासी पैठ बना ली थी और इसका फायदा उन्हें साल 2009 में हुए लोकसभा उप चुनाव में मिला. 

उप चुनाव में उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद सीट से कांग्रेस ने राज बब्बर को टिकट दिया और उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव को हराया. तीन साल पहले सपा को छोड़कर कांग्रेस ज्वाइन करने वाले राज बब्बर ने तगड़ा झटका दिया. इसके बाद उनका राजनीति में ओहदा और भी बढ़ गया. राज बब्बर ने साल 2014 में लोकसभा चुनाव का गाजियाबाद से लड़ा था. उनके सामने भाजपा के जनरल वीके सिंह थे और उन्हें बड़े अंतराल से हार झेलनी पड़ी थी. वीके सिंह को 758482 वोट और राज बब्बर को 191222 वोट मिले थे.

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राज बब्बर को दो साल पहले 2016 में उन्हें कांग्रेस ने बड़ी जिम्मेदारी दी और उत्तर प्रदेश का प्रदेश अध्यक्ष बनाया. फिलहाल अब उनकी नजर लोकसभा चुनाव की तरफ है. गौरतलब है कि कांग्रेस ने अपनी दूसरी सूची में ही उत्तर प्रदेश कांग्रेस प्रमुख राज बब्बर (Raj Babbar) को मुरादाबाद (Moradabad) से टिकट दिया था. हालांकि सूची जारी होने के बाद से ही ऐसी चर्चा थी कि राज बब्बर मुरादाबाद से चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं, बल्कि फतेहपुर सीकरी से मैदान में उतरना चाहते हैं. उसके बाद से ही सीट बदलने की सुगबुगाहट शुरू हो गई थी.

23 जून 1952 को उत्तर प्रदेश के टुंडला में जन्मे राज बब्बर के बॉलीवुड करियर की बात करें तो उन्होंने साल 1980 में अपनी पहली फिल्म 'सौ दिन सास के' से सिने जगत में एंट्री ली थी. डेब्यू करने से पहले राज बब्बर ने 1975 में नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से स्नातक की पढ़ाई पूरी की और फिर हीरो बनने का सपना लिए मुंबई शहर आए. उन्होंने अपने तीन दशक के लंबे बॉलीवुड करियर में 250 से भी अधिक फिल्में की और लाखों दर्शकों के दिलों में जगह बनाई. राज बब्बर के पिता का नाम कुशल कुमार बब्बर और माता का नाम शोभा बब्बर है. 

Video : कांग्रेस की सातवीं सूची में राज बब्बर की बदली सीट

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