Election Results: अब से कुछ घंटों बाद साफ हो जाएगा किसकी बनेगी सरकार? जानें, इस बार लोकसभा चुनाव से जुड़ी 10 बड़ी बातें

Election 2019: लोकसभा चुनाव 2019 के परिणामों का ऐलान अब से कुछ घंटों बाद हो जाएगा. चुनावों की गहमा गहमी भरे माहौल को देखते हुए अंदाजा लगाया जा रहा है कि परिणाम का दिन भी खासा तनाव भरा रहने वाला है.

Election Results: अब से कुछ घंटों बाद साफ हो जाएगा किसकी बनेगी सरकार? जानें, इस बार लोकसभा चुनाव से जुड़ी 10 बड़ी बातें

Election Results 2019: 23 मई को सुबह 8 बजे से शुरू होगी मतगणना

नई दिल्ली: Election 2019: लोकसभा चुनाव 2019 के परिणामों का ऐलान अब से कुछ घंटों बाद हो जाएगा. चुनावों की गहमा गहमी भरे माहौल को देखते हुए अंदाजा लगाया जा रहा है कि परिणाम का दिन भी खासा तनाव भरा रहने वाला है. 11 अप्रैल से शुरू हुए लोकसभा चुनाव 7 चरणों में संपन्न हुए. आखिरी चरण के लिए 19 मई को मतदान हुए. मतगणना के दिन न सिर्फ देशवासियों की निगाहें नतीजों पर टिकी रहेंगी बल्कि दुनिया भर की निगाहें भी इन परिणामों पर रहेंगी. चुनाव में शामिल हुए राजनीतिक दल तो तनाव में रहेंगे ही, साथ ही मतगणना की प्रक्रिया में जुटे कर्मचारी और अधिकारियों पर खासा दबाव रहने वाला है. इस बार के चुनावों में रिकॉर्ड संख्या में ईवीएम का इस्तेमाल हुआ है.कुल 543 लोकसभा सीटों में से 542 पर चुनाव हुए हैं. वेल्लोर लोकसभा सीट पर धन बल का अत्यधिक उपयोग किए जाने के आधार पर चुनाव आयोग ने चुनाव रद्द कर दिया था. इस सीट पर चुनाव के लिए नयी तारीख का ऐलान नहीं हुआ है. चुनाव लड़ने वाले प्रमुख नेताओं में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कई केंद्रीय मंत्री, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी और सपा प्रमुख अखिलेश यादव शामिल हैं.

Election Results से जुड़ी 10 बातें

  1. 11 अप्रैल से 19 मई तक चले लोकतंत्र (Election) के इस महापर्व में 22 लाख 30 हजार बैलेट यूनिट्स का इस्तेमाल हुआ. इसके अलावा 10 लाख 63 हजार कंट्रोल यूनिट और 10 लाख 73 हजार वीवीपैट का भी प्रयोग किया.कई जगह प्रत्याशियों की संख्या ज्यादा होने की वजह से दोहरे बैलेट यूनिट का इस्तेमाल करना पड़ा.

  2. पूरे देश में करीब 4 हजार मतगणना के केंद्र बनाए गए हैं हालांकि चुनाव आयोग द्वारा मतगणना के केंद्रों की सटीक संख्या नहीं बताई गई है. इन केंद्रों पर सुबह से ही राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता और नेता जुट जाएंगे.जो पड़ाव दर पड़ाव नतीजों पर निगाहें बनाकर रखेंगे. 

  3. मतगणना के दौरान ड्यूटी पर तैनात मतदाताओं (सर्विस वोटर) की संख्या करीब 18 लाख है. इनमें सशस्त्र बल, केन्द्रीय पुलिस बल और राज्य पुलिस बल के जवान शामिल हैं जो अपने संसदीय क्षेत्र से बाहर तैनात हैं, विदेश में भारतीय दूतावासों में पदस्थ राजनयिक और कर्मचारी भी सेवा मतदाता हैं. इन 18 लाख पंजीकृत मतदाताओं में से 16.49 लाख ने 17 मई को अपने अपने रिटर्निंग अधिकारियों को डाक मतपत्र भेज दिये थे. 

  4. चुनाव आयोग के एक अधिकारी ने बताया कि हाथों से डाक मतपत्रों को गिनने में कम से कम कुछ घंटे का समय लगेगा. पेपर ट्रेल मशीनों से निकलने वाली पर्चियों को अंत में गिना जाएगा. यह गिनती सुबह 8 बजे से शुरू होगी.     

  5. अमूमन 2-3 घंटों में पोस्टल बैलेट की गिनती पूरी हो जाती है और उसके बाद ईवीएम के वोटों की गिनती शुरू होती है. सभी प्रक्रिया के तहत यदि ईवीएम की गिनती सुबह 10 बजे शुरू हो जाए तो शाम 6 बजे तक नतीजे आ ही जाते हैं, चूंकि इस बार प्रक्रिया में थोड़ा बदलाव किया गया है इस लिहाज से नतीजों की तस्वीर साफ होने में थोड़ा और वक्त लगेगा. अधिकारियों का कहना है कि संपूर्ण नतीजे देर रात तक ही साफ हो पाएंगे.    

  6. बता दें कि पहली बार ईवीएम गणना के साथ मतदाता सत्यापित पेपर ऑडिट पर्चियों (वीवीपैट) का मिलान किए जाने के कारण, देर शाम तक परिणाम आने की संभावना है. 

  7. ईवीएम को लेकर छिड़ी बहस के मद्देनजर इन मशीनों की सुरक्षा को लेकर भी व्यवस्था को चाक चौबंद किया गया है. हर शहर में एक से दो स्ट्रॉन्ग रूम बनाए गए हैं और जिनकी सुरक्षा की जबरदस्त व्यवस्था की गई हैं. अंदर और बाहर सीसीटीवी लगाए गए हैं. साथ ही भारी संख्या में सुरक्षाकर्मियों की भी तैनाती की गई है.  

  8. एक मतगणना की टेबल पर 4 सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे. इसके अलावा एक माइक्रो पर्यवेक्षक, 1 मतगणना सहायक, 1 चतुर्थ श्रेणी का मतगणना सहायक, एक रिटर्निंग अधिकारी व राजनीतिक दलों के पोलिंग एजेंट शामिल होंगे. एक मशीन की गिनती के बाद 2 मिनट तक रिटर्निंग अधिकारी इंतजार करेगा. यदि किसी पोलिंग एजेंट को इससे एतराज है या गिनती के काम में कुछ गड़बड़ी मालूम पड़ती है तो वह दोबारा गिनती करवा सकता है. यदि किसी एजेंट को वोटों की गिनती पर आपत्ति नहीं होगी तो मशीन को सील कर दिया जाएगा. 

  9. कुल 543 लोकसभा सीटों में से 542 पर चुनाव (Election) हुए हैं. वेल्लोर लोकसभा सीट पर धन बल का अत्यधिक उपयोग किए जाने के आधार पर चुनाव आयोग ने चुनाव रद्द कर दिया था. इस सीट पर चुनाव के लिए नयी तारीख का ऐलान नहीं हुआ है. 542 सीटों पर 8,000 से अधिक प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमां रहे हैं. सात चरणों में हुये मतदान में 90.99 करोड़ मतदाताओं में से करीब 67.11 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया है. भारतीय संसदीय चुनाव में यह सबसे अधिक मतदान है. 

  10. एग्जिट पोल्स के बाद और मतगणना से पहले राजीतिक पारा भी चढ़ा हुआ नजर आ रहा है. चुनाव के नतीजे आने से पहले EVM और VVPAT के मुद्दे पर कांग्रेस, सपा, बसपा, तृणमूल कांग्रेस सहित 22 प्रमुख विपक्षी दलों के नेताओं ने मंगलवार को बैठक की और इसमें ईवीएम (EVM) से जुड़ी शिकायतों एवं वीवीपैट (VVPAT) के मुद्दे पर चर्चा की गई.  बैठक के बाद विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने चुनाव आयोग को ज्ञापन देकर काउंटिंग से पहले सभी VVPAT पर्चियों की गिनती की मांग की है.