तकरार के बावजूद साथ-साथ, महाराष्ट्र में 25 सीटों पर बीजेपी और 23 पर शिवसेना लड़ेगी लोकसभा चुनाव

महाराष्ट्र में बीजेपी और शिवसेना का गठबंधन, आगामी विधानसभा चुनाव भी मिलकर लड़ेंगे दोनों दल

खास बातें

  • दोनों दल विधानसभा में मित्रों की सीटें छोड़कर आधी-आधी सीटों पर लड़ेंगे
  • देवेंद्र फडणवीस ने कहा- अब हमारे बीच कोई गलतफहमी नहीं
  • कहा- राष्ट्रीय विचार की पार्टियों को एक साथ आना चाहिए
मुंबई:

महाराष्ट्र में बीजेपी और शिवसेना के गठबंधन की गुत्थी आखिरकार सुलझ गई. सीएम देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को दोनों दलों का गठबंधन आगामी लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव में बरकरार रहने की घोषणा की. महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव में शिवसेना 23 और बीजेपी 25 सीटों पर लड़ेगी. फडणवीस ने कहा कि 'अब हमारे बीच कोई गलतफहमी नहीं है.' सीएम देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव को लेकर गठबंधन की स्थित भी साफ कर दी. उन्होंने कहा कि 'प्रदेश में हमारे जो मित्र हैं उनकी सीटें छोड़कर बीजेपी और शिवसेना आधी-आधी सीटों पर चुनाव लड़ेगी.'

बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे की मौजूदगी में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दोनों दलों के बीच बनी सहमति का खुलासा किया. फडणवीस ने कहा कि 'शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी का 25 साल से गठबंधन है. कुछ मुद्दों पर मतभेद हुआ होगा, पर सैद्धांतिक रूप से दोनों हिंदुत्ववादी हैं, इसलिए हम इतने सालों तक साथ रहे. विधानसभा चुनाव हम साथ नहीं लड़े लेकिन उसके बाद केंद्र और राज्य में हम साथ में सरकार चला रहे हैं.'

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फडणवीस ने कहा कि 'राष्ट्रीय विचार की पार्टियों को एक साथ आना चाहिए. ऐसी जनभावना है उसे हमने कायम रखा है. लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि कई मुद्दों पर चर्चा हुई. किसानों का हित ध्यान में रखकर फैसला हुआ है.'

उन्होंने कहा कि 'अयोध्या में राम मंदिर बनना चाहिए उद्धव जी ने मांग की है. हमारा भी यही उद्देश्य है. महाराष्ट्र में छत्रपति शिवाजी महाराज किसान कर्जमाफी योजना के तहत कर्जमाफी दी गई. कुछ लोग तकनीकी कारणों की वजह से मदद से वंचित हैं, उस पर उद्धव जी ने ध्यान दिलाया है. हम उस पर उचित कार्यवाही करेंगे.'

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उन्होंने कहा कि 'नाणार प्रकल्प को लेकर शिवसेना की अपत्ति थी, हमने काम रोक रखा था. जहां के लोग परियोजना के लिए तैयार होंगे वहां ही परियोजना लागू की जाएगी.' देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि इसके बाद शिवसेना-बीजेपी के नेता राज्य के सूखा ग्रस्त इलाकों में जाएंगे.

उद्धव ठाकरे ने कहा कि स्वाभाविक है गठबंधन करना है तो क्यों और नहीं तो क्यों? ये सवाल है. मैंने पंढरपुर की सभा में भी कहा था कि कर्जमुक्ति, फसल बीमा योजना में खामियां, इसके साथ ही राम मंदिर का मुद्दा.मुख्यमंत्री ने कहा कि अविवादित जमीन के मुद्दे को केंद्र सरकार आगे बढ़ा रही है. नाणार प्रकल्प को कहीं और ले जाने की बात पर मुख्यमंत्री का आभार मानते हैं हम.

उन्होंने कहा कि विधानसभा में विभाग और जिम्मेदारी बराबर होगी. देश में बीजेपी और शिवसेना को हराने के लिए अलग विचार की पार्टियां अगर साथ आ सकती हैं तो समान विचार वाली पार्टियां क्यों नहीं साथ आ सकती हैं. जो हुआ वो हुआ लेकिन अब साफ मन से आगे बढ़ेंगे.

बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि सभी कार्यकर्ता चाहते थे कि दोनों पार्टी साथ में लड़ें और केंद्र और राज्य में फिर से सरकार बनाएं. शिवसेना और अकाली दल ने हमेशा बीजेपी का साथ दिया है. ये सिर्फ राजनीतिक युति नहीं सिद्धांतों के आधार पर है. शिवसेना-बीजेपी कम से कम 45 सीटों पर जीतेगी.

उन्होंने कहा कि मैं पुणे में कही गई अपनी बात फिर से दोहराता हूं. अब शिवसेना के साथ आने के बाद इसमें कोई कमी नहीं होगी. भ्रष्टाचार से लड़ने में दोनों पार्टियों ने बड़ा काम किया है. मनमुटाव को समाप्त करने में बड़े हृदय के साथ सेना प्रमुख ने काम किया है. हमारी पार्टी के लोगो ने भी संयम रखा.

VIDEO : बीजेपी और शिवसेना के बीच हुआ समझौता

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गठबंधन की घोषणा से पहले पुलवामा में आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों को नमन किया गया. छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा को पुष्पमाला अर्पित की गई. स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की तस्वीर और बाल ठाकरे की प्रतिमा पर पुष्प माला अर्पित की गई. इस मौके पर मनोहर जोशी, आदित्य ठाकरे, रावसाहब दानवे , प्रकाश जावड़ेकर, पीयूष गोयल आदि भी उपस्थित थे.