राजद को बड़ा झटका: पूर्व केंद्रीय मंत्री एए फातमी ने RJD से दिया इस्तीफा, मधुबनी से टिकट न मिलने से थे नाराज

टिकट नहीं मिलने से नाराज पूर्व केंद्रीय मंत्री मोहम्मद अली अशरफ फातमी ने शनिवार को पार्टी के खिलाफ बगावत कर दी थी और मधुबनी लोकसभा सीट से महागठबंधन उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव लड़ने की घोषणा की थी.

राजद को बड़ा झटका: पूर्व केंद्रीय मंत्री एए फातमी ने RJD से दिया इस्तीफा, मधुबनी से टिकट न मिलने से थे नाराज

महागठबंधन में सीट बंटवारे के तहत मधुबनी लोकसभा सीट विकासशील इंसान पार्टी को मिली है.

पटना:

राजद (RJD) से नाराज चल रहे हैं पूर्व केंद्रीय मंत्री मोहम्मद अली अशरफ फातमी (Mohammad Ali Ashraf Fatmi) ने आखिरकार पार्टी से किनारा कर लिया. उन्होंने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा देने के बाद बुधवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया. अपने आवास पर आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि तेजस्वी की उम्र से ज्यादा समय से मैं राजनीति कर रहा हूं. तेजस्वी के बयान पर कहा कि राजद छोड़ने के बाद लालू ने खुद मुझे पार्टी से जोड़ा था न कि मैं पार्टी या फिर लालू के पास गया था.

पूर्व केंद्रीय मंत्री और राजद के कद्दवार अल्पसंख्यक चेहरा कहे जाने वाले फातमी ने बुधवार को पार्टी से इस्तीफा देने के साथ ही तेजस्वी यादव को भी निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि वे निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में मधुबनी से चुनाव लड़ेंगे. इस्तीफे के बाद उन्होंने तेजस्वी पर सवाल उठाये और कहा कि मुझे पार्टी ने छह साल के लिए बिना नोटिस दिए निकाला है, लेकिन तेजप्रताप यादव जो रोज पार्टी के खिलाफ बोलते हैं उन पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है.

बिहार: ओवैसी का किशनगंज में नया सियासी दांव, कांग्रेस-जदयू के लिये सबसे बड़ा सिरदर्द

बता दें, दरभंगा से सांसद रहे फातमी मधुबनी सीट से टिकट नहीं मिलने से नाराज चल रहे थे. उन्होंने पार्टी को 18 अप्रैल तक सोचने की मोहलत दी थी लेकिन इससे पहले ही पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया.

गौरतलब है कि टिकट नहीं मिलने से नाराज पूर्व केंद्रीय मंत्री मोहम्मद अली अशरफ फातमी ने शनिवार को पार्टी के खिलाफ बगावत कर दी थी और मधुबनी लोकसभा सीट से महागठबंधन उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव लड़ने की घोषणा की थी.

राबड़ी देवी का बड़ा दावा: नीतीश महागठबंधन में वापस आकर 2020 में तेजस्वी को CM और खुद को PM बनवाना चाहते थे

फातमी ने पार्टी को एक अल्टीमेटम भी दिया था कि वह मधुबनी सीट से नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए 18 अप्रैल तक पार्टी के फैसले का इंतजार करेंगे. फातमी ने कहा था, ‘मैंने मधुबनी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने का फैसला लिया है और 18 अप्रैल को नामांकन पत्र दाखिल करूंगा. मेरे बारे में फैसला करने के लिए पार्टी के पास 18 अप्रैल तक का समय है.'

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया था कि यदि कांग्रेस पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. शकील अहमद को मधुबनी से टिकट देती है तो वह चुनाव नहीं लड़ेंगे. लेकिन अगर शकील अहमद मधुबनी से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ते हैं तो वह उस सीट से चुनाव लड़ेंगे. गौरतलब है कि महागठबंधन में सीट बंटवारे के तहत मधुबनी लोकसभा सीट महागठबंधन के घटक दलों में से एक विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) को मिली है. वीआईपी ने बद्री पुर्बे को मधुबनी से अपना उम्मीदवार बनाया है. भाजपा ने दिग्गज सांसद हुकुमदेव नारायण यादव के बेटे अशोक यादव को इस सीट से मैदान में उतारा है.

प्रशांत किशोर की लालू यादव को चुनौती: कैमरे के सामने आइए, किसने क्या ऑफर दिया सब पता चल जाएगा

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

Video: बेगूसराय से महागठबंधन में RJD कोटे से उम्मीदवार हैं तनवीर हसन