बिहार के कटिहार में नवजोत सिंह सिद्धू
पटना: लोकसभा चुनाव 2019 के लिए कांग्रेस की ओर से नवजोत सिंह सिद्धू भी प्रचार अभियान में जुट गए हैं. कांग्रेस के लिए प्रचार अभियान के दौरान नवजोत सिंह सिद्धू ने बिहार के कटिहार जिले में एक रैली को संबोधित किया और पीएम मोदी पर जमकर हमला बोला. कटिहार में महागठबंधन की रैली को संबोधित करते हुए नवजोत सिंह सिद्धू ने मुस्लिम मतदाताओं से एकजुट होने की अपील की और कहा कि अगर एकजुट होकर सभी वोट करेंगे तो मोदी 'सुलट जाएगा'. बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू का बयान भी बसपा प्रमुख मायावती के जैसा ही है. बसपा प्रमुख मायावती ने यूपी के देवबंद में देवबंद में सपा-बसपा-रालोद महागठबंधन की पहली चुनावी रैली में मुस्लिम मतदाताओं का आह्वान करते हुए कहा था कि भाजपा को कांग्रेस नहीं हरा सकती. उसे सिर्फ महागठबंधन हरा सकता है, लिहाजा मुस्लिम मतदाता कांग्रेस को वोट देकर उसे ज़ाया करने के बजाय महागठबंधन प्रत्याशियों के पक्ष में एक तरफा मतदान करें.
कटिहार में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा ' मैं आपको चेतावनी देना आया हूं मुस्लिम भाइयों, ये बांट रहे हैं आपको. ये यहां ओवैसी जैसे लोगों को लाकर एक नई पार्टी साथ में खड़ी कर आप लोगों के वोट बांट कर जितना चाहते हैं. अगर तुमल लोग एकट्ठे हुए, एक जुट होकर वोट डाला तो मोदी सुलट जाएगा.'
बता दें कि कटिहार लोकसभा सीट पिछले 22 वर्षो में दो दिग्गज नेताओं तारिक अनवर और निखिल चौधरी के बीच मुकाबले की गवाह रही है जहां 2014 के चुनाव में मोदी लहर के बावजूद भाजपा नाकाम रही थी. पिछली बार राकांपा के टिकट पर जीत दर्ज करने वाले तारिक अनवर इस बार कांग्रेस के उम्मीदवार हैं और उनके सामने भाजपा के निखिल चौधरी की बजाय इस बार जदयू के दुलालचंद गोस्वामी हैं. 2014 के लोकसभा चुनाव में कटिहार सीट से राकांपा के तारिक अनवर पांचवीं बार जीत दर्ज करने में कामयाब रहे थे और भाजपा के टिकट पर लगातार तीन बार सांसद चुने गए निखिल कुमार चौधरी चुनाव हार गए थे. राजग घटक दलों में सीटों के बंटवारे के तहत इस बार कटिहार सीट जदयू के खाते में गई है जो भाजपा की मजबूत सीट रही है.
वहीं, टिकट नहीं मिलने से नाराज भाजपा एमएलसी अशोक अग्रवाल ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में पर्चा दाखिल करने के बाद भाजपा के प्रदेश नेतृत्व द्वारा समझाने पर नाम वापस ले लिया था. कटिहार में दूसरे चरण के तहत 18 अप्रैल को मतदान होना है. इस बार तारिक अनवर और दुलालचंद गोस्वामी के साथ राकांपा के मोहम्मद शकूर मुकाबले को त्रिकोणीय बना रहे हैं. कटिहार लोकसभा सीट को तारिक अनवर का गढ़ माना जाता है और यहां से वह पांच बार सांसद रह चुके हैं. हालांकि राकांपा ने भी यहां से अपने उम्मीदवार को चुनावी मैदान में उतारा है. ऐसे में जदयू उम्मीदवार के सामने तारिक अनवर के लिए भी राह आसान नहीं है. शकूर, तारिक के पुराने सहयोगी रहे हैं.
कटिहार लोकसभा सीट का विवरण:
बिहार का कटिहार जिला पश्चिम बंगाल की सीमा पर स्थित है. पहले यह पूर्णिया जिले का हिस्सा था. कटिहार लोकसभा क्षेत्र के मतदाताओं की संख्या 16,45,713 है जिसमें 8,71,731 पुरूष तथा 7 लाख 97 हजार महिलाएं हैं. कटिहार संसदीय सीट में 7 विधानसभा सीट कटिहार, मनिहारी, बलरामपुर, प्राणपुर, कदवा, बरारी, कोढ़ा है. इसमें से भाजपा के पास 2, कांग्रेस के पास 3 जबकि 1-1 राजद और भाकपा :माले: के पास है. 1967 में कांग्रेस के टिकट पर यहां से सीताराम केसरी चुनाव जीते थे. 1977 में यहां से जनता पार्टी उम्मीदवार को जीत हासिल हुई थी. साल 1957 में यहां पहली बार आम चुनाव हुए थे, जिसे कि कांग्रेस के अवधेश कुमार सिंह ने जीता था और उन्हें यहां के पहले सांसद होने का गौरव हासिल हुआ था.
1962 के चुनाव में यहां से प्रजा सोशलिस्ट पार्टी की नेता प्रिया गुप्ता सांसद बनीं, जो यहां की पहली महिला सांसद थीं. 1967 में यहां से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कद्दावर नेता सीताराम केसरी ने जीत दर्ज की, साल 1977 के चुनाव में यहां पर जनता पार्टी जीती तो वहीं 1980 में यहां से कांग्रेस के तारिक अनवर सांसद बने. वह लगातार दो बार इस सीट पर जीते लेकिन 1989 के चुनाव में जनता दल के नेता युवराज ने उनकी जीत की हैट्रिक को पूरा नहीं होने दिया. 1991 में भी यहां जनता दल का ही राज रहा लेकिन 1996 में यहां कांग्रेस की वापसी हुई और तारिक अनवर सांसद बने, साल 1998 में भी उनका ही जलवा यहां कायम रहा.