निषाद पार्टी का BJP से हुआ गठबंधन तो अखिलेश यादव ने बताया 'घाटे का सौदा', जानिये क्या है कारण?

निषाद पार्टी (Nishad Party) ने गुरुवार को भाजपा (BJP) के साथ गठबंधन की घोषणा की. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इसे BJP के लिए 'घाटे का सौदा' बताया.

निषाद पार्टी का BJP से हुआ गठबंधन तो अखिलेश यादव ने बताया 'घाटे का सौदा', जानिये क्या है कारण?

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव. (फाइल फोटो)

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश में निषाद पार्टी ने गुरुवार को भाजपा के साथ गठबंधन की घोषणा की और सपा के टिकट पर पिछले साल गोरखपुर लोकसभा उपचुनाव में जीत दर्ज करने वाले प्रवीण निषाद भाजपा में शामिल हो गए. कुछ ही घंटे बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इसे भाजपा के लिए 'घाटे का सौदा' बताया. प्रवीण निषाद गोरखपुर से पिछले उपचुनाव में विजयी हुए थे, जब उन्होंने भाजपा के खिलाफ सपा-बसपा से हाथ मिला लिया था. प्रवीण निषाद के पिता संजय निषाद, निषाद पार्टी के प्रमुख हैं. पिछले उपचुनाव में प्रवीण निषाद सपा के टिकट पर चुनाव लड़े थे. हालांकि, बाद में संजय निषाद और सपा प्रमुख अखिलेश यादव के बीच मतभेद की खबरें सामने आई, क्योंकि सपा उन्हें अपने चिन्ह पर चुनाव लड़ाना चाहती थी, जबकि वे निषाद पार्टी के चिन्ह पर चुनाव लड़ना चाहते थे.

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भाजपा ने अभी तक गोरखपुर सीट से अपने प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है. गोरखपुर सीट को उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गढ़ माना जाता है और इस सीट पर योगी 1998 से जीत दर्ज करते रहे हैं. निषाद के भाजपा में शामिल होने के बाद अब गोरखपुर से उनका भाजपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ना लगभग तय माना जा रहा है.
निषाद पार्टी का गोरखपुर के साथ ही बस्ती, महाराजगंज, देवरिया और डुमरियागंज में अच्छा प्रभाव है.

इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, 'यह भाजपा के लिए घाटे वाला सौदा है, क्योंकि जनता ने सांसद को नहीं, उनके पीछे एकजुट महागठबंधन को चुना था. चुनाव में इन मौसेरों की नैया डूबना तय है.'
उन्होंने सवाल किया कि गोरखपुर में सांसद जी को मठाधीशी का जो झोला भर प्रसाद मिला है, उसे वह पूरा गटक जाएंगे या किसी से बांटेंगे भी?

बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गढ़ गोरखपुर से निषाद समाजवादी पार्टी के टिकट पर लोकसभा का उप चुनाव जीते थे. एक अन्य ट्वीट में अखिलेश ने भाजपा पर तंज कसते हुए सवाल किया कि उसका अच्छे दिन वाला घोषणापत्र क्या चुनाव के बाद आएगा? अखिलेश ने कहा, 'विकास' पूछ रहा है: प्रधान जी का 'अच्छे दिन वाला घोषणा पत्र' क्या चुनाव के बाद आएगा?'

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उन्होंने कहा, 'इस बार तो भाजपा वाले एक-दूसरे से भी नहीं कह पा रहे हैं कि 'अच्छे दिन आने वाले हैं' तो जनता से क्या कहेंगे भला.' अखिलेश ने कहा कि भाजपा की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है.

VIDEO: प्रवीण निषाद हुए भाजपा में शामिल​

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(इनपुट: भाषा)