SP ने दो उम्मीदवारों की एक LIST की जारी, पीएम मोदी के खिलाफ वाराणसी से इन्हें बनाया उम्मीदवार

समाजवादी पार्टी (SP List) ने वाराणसी (Varanasi Seat) से पीएम मोदी (PM Modi) के खिलाफ शालिनी यादव (Shalini Yadav) को उम्मीदवार बनाया है.

SP ने दो उम्मीदवारों की एक LIST की जारी, पीएम मोदी के खिलाफ वाराणसी से इन्हें बनाया उम्मीदवार

समाजवादी पार्टी ने शालिनी यादव को वाराणसी से पीएम मोदी के खिलाफ मैदान में उतारा है.

खास बातें

  • सपा ने जारी की दो उम्मीदवारों की सूची
  • पीएम मोदी के खिलाफ शालिनी यादव को दिया टिकट
  • चंदौली से संजय चौहान को बनाया उम्मीदवार
नई दिल्ली:

समाजवादी पार्टी (SP) ने लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2019) के लिए दो उम्मीदवारों की एक और सूची (SP List) जारी की. सपा ने इस सूची में उत्तर प्रदेश के वाराणसी (Varanasi Seat) और चंदौली से उम्मीदवारों को उतारा है. समाजवादी पार्टी (SP List) ने वाराणसी से पीएम मोदी के खिलाफ शालिनी यादव (Shalini Yadav) को उम्मीदवार बनाया है वहीं चंदौली से संजय चौहान (Sanjay Chauhan) को टिकट दिया गया है. शालिनी यादव (Shalini Yadav News) कांग्रेस के पूर्व सांसद और राज्यसभा के पूर्व उपसभापति श्यामलाल यादव की पुत्रवधू हैं. वाराणसी में अंतिम चरण में 19 मई को चुनाव होने हैं. बता दें कि शालिनी यादव ने आज ही कांग्रेस छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हुईं थीं. 

पीएम मोदी के इस दांव के दम पर बीजेपी ने 2014 में जीत ली थीं 31 सीटें, विपक्ष के पास नहीं है अभी तक इसकी काट

शालिनी यादव के अलावा अरुण यादव और प्रो. राज यादव भी कांग्रेस पार्टी छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हुए थे. इनके अतिरिक्त कुशीनगर से पीस पार्टी के पूर्व विधायक कासिम अली, मनीष श्रीवास्तव, प्रमोद कुशवाहा संजीत कुशवाहा भी समाजवादी पार्टी में शामिल हुए. इसके अतिरिक्त आजमगढ़ के लोकसभा प्रत्याशी लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष एस.पी. कुशवाहा ने राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के समर्थन में अपना नामांकन वापस लेते हुए उनके समर्थन का भरोसा दिलाया. 

ओम प्रकाश राजभर पहुंचा सकते हैं उत्तर प्रदेश में नुकसान, फिर भी बीजेपी क्यों नहीं दे रही है तवज्जो

बता दें कि बीते साल BJP प्रत्याशी के रूप में विजयी रहे नरेंद्र मोदी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी अरविंद केजरीवाल को वाराणसी सीट से कुल 3,71,784 वोटों के भारी अंतर से हराया था. नरेंद्र मोदी को कुल 5,81,022 वोट मिले थें. वहीं, दूसरे स्थान पर रहे अरविंद केजरीवाल को 2,09,238 मत मिले. जबकि कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय 75,614 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे थे. वहीं चौथे स्थान पर बहुजन समाज पार्टी और पांचवें स्थान पर समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार थे.

पीएम मोदी VS प्रियंका गांधी : सबसे बड़े मुकाबले की तैयारी? वाराणसी में किसका पलड़ा भारी, 10 बड़ी बातें

उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में वाराणसी का अलग ही महत्व रहा है. मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पहले भूतपूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर, कांग्रेस के दिग्गज कमलापति त्रिपाठी, दिवंगत प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री के पुत्र अनिल शास्त्री और केंद्रीय मंत्री रहे BJP के मार्गदर्शक मंडल के सदस्य व वरिष्ठतम नेताओं में से एक मुरली मनोहर जोशी भी यहां से सांसद रह चुके हैं. वर्ष 1957 और 1962 में कांग्रेस के रघुनाथ सिंह इस सीट से जीते थे, लेकिन 1967 में CPM के सत्यनारायण सिंह ने यहां कब्ज़ा कर लिया. उसके बाद 1971 में कांग्रेस ने राजाराम शास्त्री के ज़रिये इस सीट पर फिर कब्ज़ा जमाया, लेकिन 1977 में एमरजेंसी के चलते कांग्रेस-विरोधी लहर में भारतीय लोकदल की टिकट पर चुनाव लड़े चंद्रशेखर वाराणसी के सांसद बने. 

Election 2019: ...तो मैं वाराणसी से चुनाव लड़ने के लिए तैयार हूं, जानिये प्रियंका गांधी के इस बयान के मायने

1980 में कांग्रेस की वापसी हुई, और कमलापति त्रिपाठी ने इस सीट पर कब्ज़ा किया, और फिर 1984 में भी कांग्रेस के ही श्यामलाल यादव ने वाराणसी से जीत हासिल की. 1989 में जनता दल की टिकट से अनिल शास्त्री सांसद बने, और फिर 1991 से चार चुनाव तक यहां BJP का दबदबा बना रहा, और 1991 में श्रीश चंद्र दीक्षित के बाद 1996, 1998 और 1999 में शंकर प्रसाद जायसवाल ने जीत दर्ज की. 

प्रियंका गांधी क्या PM मोदी के खिलाफ वाराणसी से लड़ेंगी चुनाव? राहुल गांधी ने इस सवाल का दिया यह जवाब

2004 के आम चुनाव में एक बार फिर यहां कांग्रेस की वापसी हुई, और राजेश मिश्र ने चुनाव जीता, लेकिन अगले ही चुनाव में 2009 में BJP के दिग्गज मुरली मनोहर जोशी ने इस सीट पर कब्ज़ा कर लिया. अगले चुनाव, यानी 2014 के आम चुनाव में सीट पर BJP ने अपने प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी नरेंद्र मोदी को टिकट दिया, जो भारी अंतर से जीत दर्ज कर लोकसभा पहुंचे.

उत्तर प्रदेश में 80 सीटें, 7 चरणों में मतदान
11 अप्रैल: गौतमबुद्ध नगर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, सहारनपुर
18 अप्रैल: अलीगढ़, अमरोहा, बुलंदशहर, हाथरस, मथुरा, आगरा, फतेहपुर सीकरी, नगीना
23 अप्रैल: मुरादाबाद, रामपुर, संभल, फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, बदायूं, आंवला, बरेली, पीलीभीत
29 अप्रैल: शाहजहांपुर, खेड़ी़, हरदोई, मिश्रिख, उन्नाव, फर्रुखाबाद, इटावा, कनौज, कानपुर, अकबरपुर, जालौन, झांसी, हमीरपुर
6 मई: फिरोजाबाद, धौरहरा, सीतापुर, माेहनलालगंज, लखनऊ, रायबरेली, अमेठी, बांदा, फतेहपुर, कौशांबी, बाराबंकी, बहराइच, कैसरगंज, गोंडा
12 मई: सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, फूलपुर, प्रयागराज, अंबेडकर नगर, श्रावस्ती, डुमरियागंज, बस्ती, संत कबीर नगर, लालगंज, आजमगढ़, जौनपुर, मछलीशहर, भदोही
19 मई: महाराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बांसगांव, घोसी, सालेमपुर, बलिया, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, मिर्जापुर, रॉबर्ट्सगंज

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

VIDEO: क्या कहते हैं बनारस के फर्स्ट टाइम वोटर्स?