
रेलवे ट्रैक पर बैठकर प्रदर्शन कर रहे छात्र
मुंबई में रेलवे में नौकरी की मांग कर रहे छात्रों का आंदोलन और जोर पकड़ते जा रहा है. स्टूडेंट्स के आदोंलन की वजह से मतुंगा और छत्तपति शिवाजी टर्मिनस रेलवे स्टेशन के बीच रेलवे यातायात प्रभावित हो रही हैं. आंदोलन कर रहे छात्र रेलवे में नौकरियों की मांग को लेकर यह प्रदर्शन कर रहे हैं. हालांकि, बताया जा रहा है कि पुलिस मौके पर पहुंच चुकी है. मुंबई की लाइफलाइन मध्य रेलवे सुबह सात बजे से ठप है. ज़्यादा जानकारी देते हुए रेलवे ने कहा है कि फिलहाल लोकल ट्रेनें सिर्फ़ कुर्ला स्टेशन तक ही चल रही हैं और वहां से वापस लौट रही हैं. रेलवे भर्ती में धांधली से नाराज़ छात्रों ने माटुंगा और दादर के बीच रेल सेवा रोक दी है.
रेलवे में 2.22 लाख से अधिक पद खाली, संसदीय समिति ने की भरने की सिफारिश
समाचार एजेंसी एएनआई द्वारा जारी तस्वीरों में यह देखा जा सकता है कि कैसे ट्रेनों को रोक कर छात्र रेल की पटरियों पर बैठे हुए हैं. छात्र अपने हाथों में बैनर-पोस्टर लेकर प्रदर्शन करते दिख रहे हैं. यही वजह है कि मतुंगा और शिवाजी टर्मिनस के बीच रेल परिचालन सेवा बाधित हो रही है. हालांकि, पटरियों पर से छात्रों को हटाने के लिए पुलिस मौके पर पहुंच चुकी है.
#Mumbai: Railway traffic affected due to student agitation between Matunga & Chhatrapati Shivaji Terminus railway station, the agitators are demanding jobs in railways. pic.twitter.com/85AX9ncbt1
— ANI (@ANI) March 20, 2018
#Mumbai: Railway traffic affected due to student agitation between Matunga & Chhatrapati Shivaji Terminus railway station, the agitators are demanding jobs in railways. Police has reached the spot. pic.twitter.com/rlFp1K4tBz
— ANI (@ANI) March 20, 2018
प्रदर्शनकारी छात्रों पर पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया है. ये छात्र दिल्ली में भी प्रदर्शन कर चुके हैं. मध्य रेलवे में इंटर्नशिप करने वाले छात्रों को पहले नौकरी दी जाती थी. रेलवे ने इसका आश्वासन दिया था लेकिन जब नौकरी नहीं मिली तो छात्र पटरियों पर उतर गए.
मध्य रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि छात्रों ने आज सुबह करीब सात बजे रेल पटरी को जाम कर दिया जिससे माटुंगा और सीएसएमटी के बीच उपनगरीय के साथ- साथ एक्सप्रेस ट्रेन का परिचालन भी प्रभावित हुआ. अधिकारी ने बताया कि माटुंगा और सीएसएमटी के बीच सभी चार लाइनें प्रभावित हैं. पुलिस और रेलवे अधिकारी छात्रों के साथ बातचीत कर रहे हैं.
प्रदर्शन कर रहे एक छात्र ने कहा, ‘पिछले चार साल से कोई भर्ती नहीं हुई है. हम एक जगह से दूसरी जगह लगातार संघर्ष कर रहे हैं. 10 से अधिक छात्र आत्महत्या कर चुके हैं. हम ऐसा होने नहीं दे सकते. वहीं, अन्य छात्र ने कहा, ‘हम यहां से तब तक नहीं हटेंगे जब तक रेल मंत्री पीयूष गोयल हमसे आकर नहीं मिलते. डीआरएम ( मुंबई डिविजन के मंडल रेल प्रबंधक) से किए हमारे सभी अनुरोधअनसुने रहे हैं.’
मध्य रेलवे के प्रमुख पीआरओ सुनील उदासी ने कहा, ‘जीआरपी और आरपीएफ जवानों के साथ मिलकर मुंबई पुलिस छात्रों से बातचीत कर रही है और रेलवे की प्राथमिकता पटरी खाली कराना है.’
छात्र अपने हाथ में तख्तियां लेकर नारे लगाते हुए जीएम कोटा के तहत एक बार में निपटारा करने की मांग कर रहे हैं और उन्होंने कहा कि वे सरकार से नौकरी की मांग कर रहे हैं.