'ईवीएम से छेडछाड़ के लिए निर्वाचन आयोग पर दवाब नहीं बनाया जा सकता'

'ईवीएम से छेडछाड़ के लिए निर्वाचन आयोग पर दवाब नहीं बनाया जा सकता'

प्रतीकात्मक फोटो.

नई दिल्ली:

दिल्ली के राज्य चुनाव आयुक्त एसके श्रीवास्तव ने बुधवार को कहा कि चुनाव के नतीजों में हेरफेर करने के लिए निर्वाचन आयोग पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन से छेड़छाड़ करने के लिए दबाव नहीं डाला जा सकता. आम आदमी पार्टी (आप) द्वारा निगम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रचंड जीत के लिए ईवीएम के साथ छेड़छाड़ के आरोपों पर चुनाव आयुक्त ने यह प्रतिक्रिया दी है. ईवीएम के साथ कथित तौर पर छेड़छाड़ को लेकर पूछे एक सवाल के जवाब में श्रीवास्तव ने एक टेलीविजन चैनल से कहा, "यह पूरी तरह एक स्वतंत्र निकाय है और इस पर किसी भी तरह का दबाव नहीं डाला जा सकता."

उन्होंने कहा, "ईवीएम के माध्यम से मतदान सुचारू ढंग से कराया जाता है. परिणाम आपके सामने है." श्रीवास्तव ने कहा, "हमने अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया और किसी के लिए किसी भी तरह का संदेह होने का कोई कारण नहीं बनता है."

आप नेता तथा दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बुधवार को आरोप लगाया कि भाजपा को फायदा पहुंचाने के लिए ईवीएम के साथ व्यापक स्तर पर छेड़छाड़ की गई और कहा कि भाजपा के पक्ष में मतदान करने का दिल्ली के लोगों के पास कोई कारण नहीं था. सिसोदिया ने कहा कि भाजपा के पक्ष में थोड़े बहुत मतों के प्रतिशत का अंतर स्वीकार्य है, लेकिन 'यह अंतर अविश्वसनीय है.' उन्होंने कहा, "ईवीएम से छेड़छाड़ के बिना यह संभव नहीं है."

दिल्ली के मंत्री तथा आप नेता गोपाल राय तथा पार्टी के नेता आशुतोष ने भी कहा कि परिणाम भाजपा के पक्ष में आए हैं, क्योंकि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में 'बग डाला गया था और उसे प्रोग्राम किया गया था.'

राय ने कहा, "यह मोदी लहर नहीं है, बल्कि ईवीएम लहर है. यह वही लहर है, जिसका इस्तेमाल भाजपा ने उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड तथा पंजाब विधानसभा चुनाव के दौरान किया था."
(इनपुट आईएएनएस से)


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