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गोरेगांव में गटर में गिरे मासूम का अभी तक कुछ अता-पता नहीं चल पाया है.
मुंबई में एक बार फिर बीएमसी की लापरवाही से दो साल का मासूम हादसे का शिकार हो गया. गोरेगांव पूर्व में बुधवार की रात खुले गटर में गिरे मासूम का अब तक कुछ पता नहीं चल पाया है. जानकारी के मुताबिक 2 साल का दिव्यांश गोरेगांव पूर्व में अपने घर से निकलकर सड़क पर गया तो फिर वापस नही आया. इसके बाद जब दिव्यांश की तलाश शुरू हुई तो सीसीटीवी से राज़ खुला. सीसीटीवी फुटेज में 2 साल का मासूम गली के सामने ही खुले गटर में गिरता दिखा. आसपास के लोग, दमकलकर्मियों , बीएमसी और पुलिस वालों ने रात भर उसे खोजने की कोशिश की, लेकिन सुबह तक मासूम का कुछ पता नही चल पाया.
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दुखी पिता ने बताया कि गटर 5 साल से खुला पड़ा है. इस हादसे के बाद बीएमसी की लापरवाही पर एक बार फिर सवाल उठा है. विपक्षी पार्टियों ने भी बीएमसी को आड़े हाथों लिय. बच्चे के पिता और स्थानीय लोगों ने कुछ देर के लिए सड़क पर आंदोलन भी किया. दोपहर तक मेयर भी पहुंचे और जांच के बाद कार्रवाई की बात कही. आपको बता दें कि मुंबई में खुले गटर में गिरने का ये कोई पहला मामला नहीं है. एक आरटीआई से मिले आंकड़ों के मुताबिक पिछले 5 साल में 639 हादसों में 328 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है, लेकिन बी एम सी प्रशासन को कोई फिक्र नहीं है.
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