चंडीगढ़: पूर्व कांग्रेस नेता जगमीत सिंह बराड़ ने मंगलवार को कहा कि पंजाब में सत्तारूढ़ शिरोमणि अकाली दल व भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के गठबंधन और विपक्षी दल कांग्रेस का एक 'व्यावहारिक व प्रभावी विकल्प' उपलब्ध कराने के लिए 15 अगस्त को लुधियाना में 'पंजाबियत महागठबंधन' की घोषणा की जाएगी।
अपने 'लोकहित अभियान' की 225-सदस्यीय कार्यकारी परिषद की पहली बैठक में शामिल होने के बाद जगमीत सिंह बराड़ ने संवाददाताओं को बताया कि वह पंजाब में उन सभी 'साफ-सुथरे' अकाली और कांग्रेस नेताओं के दरवाज़ों पर जाएंगे, जो अपनी पार्टियों की विचारधाराओं के खिलाफ हैं। वह उन्हें राज्य की बेहतरी के लिए 'महागठबंधन' में शामिल होने के लिए राजी करेंगे।
उन्होंने 'सभी क्षेत्रों में पंजाब के साथ अन्याय' पर अकालियों और कांग्रेसियों पर निशाना साधते हुए कहा कि यह गठबंधन कृषि संकट, मादक पदार्थों और राज्य के प्रमुख राजनीतिक दलों में वंशवाद की समस्या से निबटने की रणनीति बनाएगा।
उन्होंने पंजाब कांग्रेस के प्रमुख कैप्टन अमरिंदर सिंह पर पार्टी के भीतर दलितों की उपेक्षा करने और सुनील कुमार जाखड़ जैसे वरिष्ठ नेता के साथ 'गलत बर्ताव' करने का आरोप लगाया और विदेश में कथित तौर पर जमा की गई 861 करोड़ रुपये की 'अवैध संपत्ति' के 'तथ्य और आंकड़े' 15 अगस्त को सामने लाने की धमकी दी।