कानपुर : बेटे को खून की उल्टी करते देख मां को पड़ा दिल का दौरा, दोनों की मौत

कानपुर : बेटे को खून की उल्टी करते देख मां को पड़ा दिल का दौरा, दोनों की मौत

कानपुर:

मां की ममता का कोई अंत नहीं होता, यह बात एक बार फिर सच साबित हुई। बेटे को खून की उल्टी करते देख मां को दिल का दौरा पड़ा और उसकी मौत हो गई। मां की मौत से आहत होकर बीमार बेटा भी थोड़ी देर में चल बसा।

दो लोगों की मौत के बाद परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की। उत्तर प्रदेश के कानपुर में बर्रा थाना क्षेत्र के सैनिक स्कूल के पास रहने वाले मनोज कुमार (38) पेशे से लोडर ड्राइवर थे। वह एक साल से कैंसर से पीड़ित थे। परिवार में मां गायत्री, पत्नी आराधना व पांच बेटियां हैं।

उनका इलाज डॉ. विशाल खन्ना के यहां चल रहा था। पत्नी आराधना के मुताबिक, बीते शनिवार की दोपहर में मनोज की तबीयत ज्यादा खराब हो गई। डॉक्टर को फोन किया गया, लेकिन फोन नहीं रिसीव हुआ।

अस्पताल ने इलाज के बाद घर भेज दिया था
मनोज को हैलट अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डाक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद जे.के. कैंसर अस्पताल भेज दिया। अस्पताल के डॉक्टरों ने इलाज कर घर जाने को कहा। वे घर चले गए। रात में दोबारा तबीयत खराब हुई और खून की उल्टियां होने लगीं।

बेटे को खून की उल्टियां होती देख मां गायत्री गश खाकर गिर पड़ीं। मनोज को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। उधर डॉक्टरों ने बताया कि गायत्री को सदमा लगा है और दिल के दौरे से उनकी मौत हुई है।

डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप
आराधना ने आरोप लगाया कि एक साल से डबल पुलिया स्थित डॉ. विशाल खन्ना के यहां इलाज चल रहा था। इस दौरान लाखों रुपये खर्च हो चुके हैं। घर में तंगहाली आ गई और डॉक्टर इलाज में बराबर लापरवाही करते रहे।

उन्होंने बताया कि डॉक्टर ने फोन नंबर दिया था और कहा था कि कोई समस्या होने पर संपर्क करें। लेकिन शनिवार को उन्होंने दिनभर फोन नहीं उठाया। इस कारण दूसरे अस्पताल में इलाज कराना पड़ा। वहां के डॉक्टर बीमारी ठीक से समझ नहीं पाए, जिससे यह घटना हो गई।

मां-बेटे की दर्दनाक मौत पर परिजनों व रिश्तेदारों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। सूचना पर बर्रा के एसओ तुलसीराम पाण्डेय, एसीएम प्रथम योगेंद्र कुमार व सीओ विशाल पांडेय मौके पर पंहुचे।

परिवार को दी जाएगी सहायता राशि
एसओ ने मनोज के अंतिम संस्कार का पूरा खर्च देने के साथ शाम तक अनाज सहित दैनिक सामान भेजने की बात कही। वहीं एसीएम ने राष्ट्रीय परिवारिक लाभ योजना के तहत 30,000 से अधिक सहायता राशि दिए जाने की बात कही।

उन्होंने बताया कि इसके साथ परिवार को मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से अधिकतम धनराशि दिए जाने के लिए संस्तुति की जाएगी।

 


Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com