गोवा चुनाव 2017: लुइजिन्हो फ्लेरियो के लिए इम्तिहान की घड़ी

गोवा चुनाव 2017: लुइजिन्हो फ्लेरियो के लिए इम्तिहान की घड़ी

गोवा में 83 प्रतिशत से अधिक मतदान दर्ज किया गया था

गोवा की सियासत में अच्छी पैठ बना चुके अपने नेता लुइजिन्हो फ्लेरियो को कांग्रेस ने नेवलिम विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतारा है. 26 अगस्त, 1951 को जन्मे फ्लेरियो वर्ष 2013 से कांग्रेस के महासचिव हैं. इसके अलावा वह वर्ष 1998–99 के बीच दो बार गोवा के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं. बीजेपी नेता पर्रिकर के केंद्रीय राजनीति में आने के बाद लुइजिन्हो फ्लेरियो के जरिए राज्य में अपनी खोई जमीन वापस पाने की जुगत में है. 

महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) ने इस सीट से सत्यावियाजय नायक को और आम आदमी पार्टी ने सिद्धार्थ कारापुर्कर को उतारा है.

गोवा विधानसभा चुनावों में 4 फरवरी को 83 प्रतिशत से अधिक मतदान दर्ज किया गया.  विभिन्न मतदान केन्द्रों से चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, 11.10 लाख मतदाताओं में से 83 प्रतिशत से अधिक ने अपने मताधिकारों का प्रयोग किया. वर्ष 2012 के विधानसभा चुनावों में 83 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था.

गोवा में  2012 में मनोहर पर्रिकर की अगुवाई में बीजेपी ने बहुमत की सरकार बनाई थी. लेकिन इस बार बीजेपी के लिए हालात आसान नहीं हैं. गोवा की 40 विधानसभा सीटों में से 21 सीटें बीजेपी के पास, 9 सीटें कांग्रेस और बाकी 10 सीटें छोटी क्षेत्रीय पार्टियों के पास हैं.

प्रदेश में बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला देखा जाता रहा है. लेकिन आम आदमी पार्टी के आने से मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है. इसके अलावा महाराष्ट्रवादी गोमंतक पार्टी, गोवा सुरक्षा मंच और शिवसेना का गठबंधन बीजेपी की मुश्किल बढ़ा सकता है.


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