
जीतू राय ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2018 में गोल्ड मेडल जीता था (फाइल फोटो)
खास बातें
- कहा, हम कामनवेल्थ गेम्स में काफी मेडल जीतते हैं
- दु:ख हैं कि शूटिंग अगले कॉमनवेल्थ गेम्स में नहीं होगी
- इससे देश की प्रतिभाओं की संभावनाओं पर होगा असर
देश के शीर्ष निशानेबाज जीतू राय ने वर्ष 2022 के कॉमनवेल्थ गेम्स से निशानेबाजी स्पर्धा को हटाए जाने का विरोध किया है. गोल्ड कोस्ट में भारत के लिए स्वर्ण पदक जीतने वाले जीतू ने कहा है कि 2022 के बर्मिंघम खेलों में शूटिंग के शामिल नहीं होने से युवा निशानेबाजी पर प्रतिकूल असर होगा. जीतू ने भारतीय सेना द्वारा आयोजित कार्यक्रम के दौरान कहा , ‘हम राष्ट्रमंडल खेलों की निशानेबाजी स्पर्धा में काफी पदक जीतते हैं. जरा इन बच्चों को देखो जो निशानेबाजी में शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं और वे आगे और भी बेहतर खेल दिखाएंगे. इसलिए मुझे दुख है कि निशानेबाजी 2022 राष्ट्रमंडल खेलों का हिस्सा नहीं होगी. इससे देश में युवा प्रतिभाओं की संभावनाओं पर असर पड़ेगा.’
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उन्होंने कहा , ‘लेकिन यह हमारे हाथ में नहीं है. हम सिर्फ निशाना ही लगा सकते हैं और हम यही कर रहे हैं. खेल को शामिल किया जाए या नहीं , यह सरकार ( आयोजकों ) के हाथों में है. लेकिन मैं अभी भी आशावान हूं कि निशानेबाजी को अगले कॉमनवेल्थ गेम्स में शामिल कर लिया जाएगा.’भारतीय सेना ने आज अपने खिलाड़ियों का स्वागत किया जो गोल्ड कोस्ट से लौटे हैं.
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यह पूछने पर कि क्या वह एनआरएआई से सहमत हैं जिन्होंने इस स्पर्धा को 2022 में शामिल नहीं किए जाने की स्थिति में इन खेलों का बहिष्कार करने की बात की है, राय ने कहा, ‘अगर एनआरएआई ने यह कहा है तो यह सही है. मैं उनसे सहमत हूं. अगर वे एक खेल को हटा रहे हैं तो खेलों का पूर्ण रूप से बहिष्कार कीजिए क्योंकि हम इस खेल में इतना अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं. हम निशानेबाजी में इतने सारे पदक जीत रहे हैं. मैं एनआरएआई और सरकार का समर्थन करता हूं.’(इनपुट: भाषा)