
गृह मंत्री अमित शाह और सीएम योगी आदित्यनाथ (फाइल फोटो)
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से सोमवार को मुलाकात की है. सूत्रों ने बताया कि बीजपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी बाद में बैठक में शामिल हुए. यह बैठक इसलिए अहम है क्योंकि उत्तर प्रदेश विधानसभा की 11 सीटों पर उपचुनाव होने हैं. समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने अपना गठबंधन खत्म कर दिया है जिससे इस बार कई सीटों पर मुकाबला त्रिकोणीय हो सकता है. मौजूदा विधायकों के लोकसभा के लिए निर्वाचित होने की वजह से 11 सीटों पर उपचुनाव होने हैं. वहीं हमीरपुर से बीजेपी विधायक अशोक कुमार सिंह चंदेल हत्या के मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद अयोग्य हो गए हैं. उत्तर प्रदेश में सपा और बीएसपी ते अलग हो जाने के बाद से समीकरण बदल गए हैं. इन बदले में समीकरणों में बीजेपी को जीतना सीएम योगी की साख से जुड़ा हुआ है. क्योंकि लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी के चेहरे के दम पर बीजेपी ने शानदार जीत दर्ज की है. लेकिन ठीक 6 महीने पहले हुए उपचुनाव में बीजेपी गोरखपुर और फूलपुर सीटें भी हार गई थी. वहीं लोकसभा चुनाव में बीएसपी और सपा मिलकर भी बीजेपी को नहीं हरा पाईं.
लेकिन अब दोनों ही पार्टियां अलग-अलग लड़ेंगी और त्रिकोणीय लड़ाई में भी बीजेपी अगर ये 11 सीटें नहीं जीत पाती है तो यह सीधे-सीधे सीएम योगी सरकार के कामकाज पर सवाल होगा. क्योंकि बारिश शुरू होते ही कई गांवों में बिजली नहीं आ रही है. कानून व्यवस्था के मामले में भी राज्य सरकार पर सवाल उठते रहे हैं. वहीं आम जनता का कहना है कि कई विभागों में आज भी बिना रिश्वत लिए काम नहीं चल रहा है. कुल मिलाकर 11 सीटों पर होने वाले उपचुनाव योगी सरकार के लिए किसी लिटमस टेस्ट से कम नहीं है.
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इनपुट : भाषा से भी