हिंदू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी हत्याकांड में उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. ओपी सिंह ने कहा कि कमलेश तिवारी हत्याकांड मामले में कुल 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिसमें गुजरात से तीन और यूपी से दो लोगों को कमलेश की पत्नी के FIR के बाद गिरफ्तार किया. यूपी से पकड़े गए दोनों आरोपी मौलाना अनवरुल हक और मुफ्ती नईम कासिम बिजनौर जिले से है. उन्होंने कहा कि हत्या के पीछे कमलेश तिवारी का 2015 में दिया गया एक बयान था. पुलिस ने गुजरात से जिन लोगों को हिरासत में लिया है उसमें मौलाना मोहसिन शेख, फैजान और राशिद अहमद पठान को गिरफ्तार किया है. हिरासत में लिए गए तीनों लोग सूरत के रहने वाले हैं. पुलिस फिलहाल इन सभी से पूछताछ कर रही है. यूपी डीजीपी ओपी सिंह ने बताया, ''उनकी (कमलेश तिवारी) की हत्या दुर्भाग्यपूर्ण है. जांच के लिए स्पेशल टीम बनाई गई है. गुजरात की एक दुकान की मिठाई का डिब्बा मौके पर मिला था. उससे गुजरात कनेक्शन पता चला. 3 संदिग्ध लोग मोहिसन शेख सलीम, फैजान और रशीद अहमल को गुजरात में हिरासत में लिया है और पूछताछ की जा रही है.''
कमलेश तिवारी को पहले गोली मारी, फिर गला रेता, पास में मिला गुजरात की दुकान का एक डिब्बा
ओपी सिंह ने आगे कहा, ''शुरुआती जांच से तीनों आरोपी हत्या में शामिल हैं. दो और लोग शामिल थे, जो लखनऊ में फरार हैं. इनकी कोई क्रिमिनल हिस्ट्री नहीं पता चल सकी, लेकिन इसके बारे में पूछताछ चल रही है. जरूरत पड़ने पर रिमांड में लेकर पूछताछ करेंगे. कमलेश तिवारी की पत्नी की एफआईआर में मौलाना अनवरुल हक और मुफ्ती नईम कासिम को हिरासत में लिया है. पता चला है कि आरोपी राशिद पठान ने ये प्लान बनाया था और मौलाना मोहसिन शेख ने प्रेरिक किया था.''
उन्होंने कहा, ''2015 में कमलेश के आपत्तिजनक बयान के बाद इसकी हत्या करने वाले को ईनाम देने की घोषणा की गई थी. यह किसी आतंकवादी संगठन से जुड़ा मामला नहीं है. सुरक्षा हर जगह बढ़ा दी गई है. मौलाना मोहसिन शेख 24 साल का साड़ी की दुकान पर काम करता था, जबकि फैजान 21 साल का जूते की दुकान पर काम करता था. तीसरा आरोपी 23 साल का राशिद अहमद पठान दर्जी और कम्प्यूटर का जानकार है, जो मुख्य साजिशकर्ता था.''
हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की हत्या करने वाले संदिग्धों का CCTV फुटेज आया सामने
बता दें कि अखिल भारत हिन्दू महासभा के खुद को अध्यक्ष बताने वाले कमलेश तिवारी की उनके घर में ही शुक्रवार को हत्या कर दी गई थी. इस घटना को अंजाम देने वाले तीन संदिग्धों को CCTV फुटेज में साफ देखा जा सकता है. घटना के बारे में मिली जानकारी के मुताबिक सुबह दो लोग कमलेश तिवारी से मिलने आए थे. जिन्हें तिवारी ने भीतर बुलाया. फिर अपने साथी से कहा कि सिगरेट लेकर आएं. जब वह लौटा तो कमलेश तिवारी की हत्या हो चुकी थी. घर से एक पिस्तौल बरामद हुआ. ये लोग दिवाली की मिठाई देने के बहाने आए थे. डिब्बे में हथियार थे.
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