उत्तर-प्रदेश के नोएडा से बीजेपी विधायक पंकज सिंह कुछ यूं स्कूली बच्चों को पढ़ा रहे हैं.
उत्तर-प्रदेश में नोएडा से विधायक पंकज सिंह इन दिनों विधानसभा क्षेत्र के सरकारी स्कूलों की व्यवस्था दुरुस्त करने में जुटे हैं. उन्होंने क्षेत्र के 84 स्कूलों को गोद लेकर नए क्लास रूम के साथ फर्नीचर, आरओ वॉटर आदि की व्यवस्था देने का बीड़ा उठाया है. कुछ स्कूलों में जहां वह अपनी विधायक निधि से काम करवा रहे, वहीं उन्होंने सीएसआर यानी कारपोरेट सोशल रेस्पांसिबिलिटी फंड के जरिए कई निजी कंपनियों को भी इस पहल से जोड़ने में सफलता हासिल की है. नोएडा के इन स्कूलों में HCL,PAYTM,DLF जैसी कंपनियां सीएसआर मद से फंड स्कूलों को दे रहीं हैं. पिछले दिनों, प्राथमिक विद्यालय सदरपुर और नया गांव में विधायक निधि से तैयार किए गए नवनिर्मित कमरों का उद्घाटन विधायक पंकज सिंह ने किया.
पंकज सिंह की कोशिश है कि इन स्कूलों में स्मार्ट क्लास रूम की भी व्यवस्था हो. ताकि सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले कमजोर घरों के बच्चों को भी महंगे कॉन्वेंट की तर्ज पर शिक्षा हासिल हो सके. मौका मिलने पर पंकज सिंह खुद बच्चों को पढ़ाने के लिए चले जाते हैं. ऐसा ही एक वीडियो सोशल मीडिया पर है, जिसमें वह बच्चों को सरदार पटेल की ओर से देश की रियासतों के एकीकरण करने का पाठ बच्चों को पढ़ाते हुए नजर आ रहे हैं. बता रहे हैं कि अगर रियासतें एकजुट न होतीं तो अपने ही देश में एक स्थान से दूसरे स्थान जाने में वीजा की जरूरत पड़ती.
सरकारी स्कूल के बच्चों के शिक्षा को सुधारने का ज़िम्मा लेते हुए Noida MLA, पंकज सिंह (@pksbjp) खुद बच्चो को पढ़ा रहे है. बहुत बहुत साधुवाद pic.twitter.com/q5KkLOygTI
— Vikrant ~ विक्रांत (@vikrantkumar) November 26, 2018
बड़ी जीत वाले विधायकों में शुमार हैं पंकज
गृहमंत्री राजनाथ सिंह के बेटे पंकज सिंह यूपी के उन विधायकों में शुमार हैं, जिन्हें 2017 के विधानसभा चुनाव में एक लाख से अधिक वोटों से भारी-भरकम जीत मिली. पंकज सिंह चंदौली के चकिया तहसील के भाभोरा गांव के रहने वाले हैं. 41 वर्षीय पंकज के राजनीतिक सफर की बात करें तो 2001 में बीजेपी से जुड़े. 2004 में भाजयुमो की प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य बने. 2007 में भाजयुमो यूपी के अध्यक्ष बने, मगर कुछ समय बाद ही पद छोड़ दिया. 2007 में बीजेपी की प्रदेश इकाई के सदस्य बने.
2007 में वाराणसी के चिरईगांव सीट से टिकट की घोषणा के बाद भी चुनाव नहीं लड़े. वजह बताई जाती है पिता राजनाथ सिंह की सलाह कि उन्हें बीजेपी के संगठन में और समय बिताना चाहिए. 2010 में यूपी बीजेपी के सचिव बने. 2012 में प्रदेश बीजेपी के महासचिव बने. 2013 में दूसरी बार और 2016 में तीसरी बार प्रदेश महासचिव बने. एमिटी विश्वविद्याल, नोएडा से एमबीए की पढ़ाई की है. 2017 में पंकज सिंह ने नोएडा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा. उन्होंने सपा-कांग्रेस गठबंधन प्रत्याशी सुनील चौधरी को एक लाख 4 हजार वोटों से हराया था.आज नोएडा में "विधानमण्डल क्षेत्र विकास निधि योजना" के अंतर्गत प्राथमिक स्कूल, नयागांव में नवनिर्मित 2 कमरों का उद्घाटन किया और स्कूल के बच्चों के साथ बात की। pic.twitter.com/hVtuHnmr0O
— पंकज सिंह (@pksbjp) November 26, 2018
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