
सीबीआई की टीम ने घटना स्थल पर 'सीन ऑफ क्राइम' भी करकर देखा है
खास बातें
- टेस्ट करने वाली टीम को सीबीआई दे रही पूरी जानकारी
- कई अहम सवालों के जवाब जानने की मशक्कत
- आरोपी विधायक हैं जेल में
उन्नाव रेप कांड की पीड़िता की कार को टक्कर मारने के आरोप में चल रही तफ़्तीश के दौरान सीबीआई की टीम अब ट्रक ड्राइवर और कंडक्टर का विशेष जांच परीक्षण करवाएगी. सीबीआई की टीम गुजरात के गांधीनगर में स्थित FSL लैब में ब्रेन इलेक्ट्रॉनिक ऑसिलेशन सिग्नेचर प्रोफाइलिंग (BEOSP) टेस्ट करवाएगी. कल भी इन दोनों आरोपियों के बारे में सीबीआई ने परीक्षण करने वाले अधिकारियों को कई घंटों तक ब्रीफ किया था. सीबीआई की टीम परीक्षण करने वाली टीम को इस केस से जुड़ी तमाम जानकारी दे रही है. आज भी ये परीक्षण करीब 12 घन्टे से ज्यादा तक चलेगा. कल सीबीआई की टीम जांच करने वाली टीम को घटना से जुड़े कई फोटोग्राफ, वीडियो भी सौंपे थे. बुधवार को भी इसी परीक्षण जुड़े अन्य टेस्ट होंगे.
उन्नाव रेप केस: अदालत ने कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ रेप के आरोप तय किए
मामले की विस्तृत रिपोर्ट के लिए सीबीआई दोनों आरोपियों का मेमोरी रिकॉल टेस्ट और नार्को टेस्ट करवाना चाहती थी इसलिए दोनों आरोपियों को गांधीनगर स्थित लैब लाया गया था. इन शुरुआती टेस्ट के बाद नार्को टेस्ट के लिए कुल पांच दिनों के लिए जरूरत होगी. हालांकि अभी ये साफ नहीं कि नार्को टेस्ट की अनुमति सीबीआई को मिली है या नहीं.
उन्नाव रेप पीड़िता और वकील की हालत नाजुक, वेंटिलेटर पर रखा गया
गौतलब है कि उन्नाव रेप कांड के आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर इस समय जेल में बंद हैं. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मामले की सुनवाई अब दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में हो रही है. पिछले महीने जब पीड़िता रायबरेली में अपने चाचा से मिलकर वापस उन्नाव जा रही थी तभी उसकी कार को एक ट्रक ने टक्कर मार दी थी जिसमें उसकी मौसी और चाची की मौत हो गई थी जबकि पीड़िता और उसके वकील गंभीर रूप से घायल हो गए थे.