दक्षिण एशिया में साक्षी का प्रदर्शन बताता है कि वह ओलंपिक के लिए जुटी हुई हैं
काठमांडु: गौरव बालियान और अनिता शेरोन के अंतिम दिन सोमवार को जीते गए स्वर्ण पदकों की मदद से भारतीय पहलवानों ने यहां सम्पन्न हुए 13वें दक्षिण एशियाई खेलों के कुश्ती (South Asian Wrestling) स्पर्धा में सभी 14 स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिए. बालियान ने पुरुषों के 74 किलोग्राम भार वर्ग में जबकि शेरोन ने महिलाओं की 68 किलोग्राम भार वर्ग में स्वर्ण पदक जीता. उनके इस प्रदर्शन के दम पर भारत ने सभी 14 वर्गो में स्वर्ण पदक जीता. इनमें भारतीय पुरुष और महिला पहलवानों ने सात-सात स्वर्ण पदक जीते.
यह भी पढ़ें: हारने के बावजूद भारतीय जूनियर महिला टीम बनी चैंपियन
प्रतियोगिता में कुल 20 भार वर्ग के मुकाबले हुए और दक्षिण एशियाई खेलों के नियमों के अनुसार एक देश केवल 14 भार वर्ग में ही भाग ले सकता है. 2016 के बाद से पहली बार अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मैट पर वापसी करने वाली शेरोन अपनी प्रतिद्वंद्वी श्रीलंकाई महिला पहलवान को शिकस्त देने में केवल 48 सेकेंडों का समय लिया और उन्होंने मुकाबला जीतकर स्वर्ण पदक हासिल किया.
यह भी पढ़ें: भारतीय फुटबॉल कोच ने कप्तान सुनील छेत्री को लेकर दिया बड़ा बयान
युवा पहलवान बालियान ने एकतरफा मुकाबले में बांग्लादेश के पहलवान को हराकर स्वर्ण पदक हासिल किया. इससे पहले, रविवार को रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक(62 किग्रा), रवींद्र (61 किग्रा), अंशु (59 किग्रा) और पवन कुमार (86 किग्रा) ने अपने-अपने भार वर्ग में स्वर्ण पदक जीते थे.
VIDEO: काफी समय पहले पीवी सिंधु ने एनडीटीवी से खास बात की थी.