नोटों से जुड़ी 10 बातें, जो दिलचस्प भी हैं और काम की भी

नोटों से जुड़ी 10 बातें, जो दिलचस्प भी हैं और काम की भी

भारतीय करंसी नोट (फाइल फोटो)

जिन नोटों का आप प्रतिदिन इस्तेमाल करते हैं, उनके बारे में कई फैक्ट्स ऐसे हैं जो संभवत: आपको पता नहीं होंगे। मनी भास्कर में छपी जानकारी के मुताबिक, ये दिलचस्प फैक्ट्स जानें...

1. नोट पर होती है खास तस्वीर

हर भारतीय नोट पर इंसानों, जानवरों, प्रकृति से लेकर आजादी के आंदोलन से जुड़ी तस्वीरें छपी होती है। 20 रुपए के नोट पर अंडमान द्वीप की तस्वीर है। वहीं, 10 रुपए के नोट पर हाथी, गैंडा और शेर छपा हुआ है, जबकि 100 रुपए के नोट पर पहाड़ और बादल की तस्वीर है। इसके अलावा 500 रुपए के नोट पर आजादी के आंदोलन से जुड़ी 11 मूर्ति की तस्वीर छपी है।

2. फटा नोट नहीं बेकार

अगर आपके पास फटा और 51 फीसदी से ज्यादा फटा नोट है, तो आप उसको बैंक में जाकर बदल सकते है। आरबीआई की गाइडलाइन्स के अनुसार, किसी भी प्रकार का फटा, पुराना और गंदा नोट किसी भी बैंक की शाखा में जाकर बदला जा सकता है। गाइडलाइन्स के अनुसार, अगर आपका नोट आधे से भी ज्यादा फटा है तो भी आप बैंक में जाकर नया ले सकते है।

3.  सिक्कों की तस्करी इसलिए होती थी

बांग्लादेश में ब्लेड बनाने के लिए एक समय 5 रुपए के सिक्कों की तस्करी की जाती थी। पांच रुपए के एक सिक्के से 6 ब्लेड बनाए जाते। एक ब्लेड की कीमत 2 रुपए थी। ऐसे में ब्लेड बनाने वालों को खासा फायदा होता था। इसको देखते हुए सरकार ने सिक्का बनाने में इस्तेमाल होने वाले मेटल को बदल दिया। 2009 में पुलिस ने सिक्कों की खेप को पकड़ा था, जिसके बाद इसकी जानकारी मिली थी।

4. कभी एक रुपए की कीमत थी 13 डॉलर

शुक्रवार को एक डॉलर की कीमत 65.83 रुपए पहुंच गई, जो 2 साल का निचला स्तर है। विदेशी फंड्स की बिकवाली से रुपए पर दबाव दिख रहा है और रुपए में गिरावट थमती नहीं दिख रही है। लेकिन एक समय ऐसा भी था जब रुपए की कीमत डॉलर से ज्यादा थी। 1917 में एक रुपए की कीमत 13 अमेरिकी डॉलर थी।

5. 17 भाषाओं में लिखी होती है कीमत

हिंदी और अंग्रेजी के अलावा भारतीय नोट में 15 भाषाओं का इस्तेमाल होता है। कोई भी नोट जैसे 10, 20, 50 पर हिंदी और अंग्रेजी के साथ असमी, बंगाली, गुजराती, कन्नड़, कश्मीरी, कोंकणी, मलयालम, मराठी, नेपाली, उड़िया, पंजाबी, संस्कृत, तमिल, तेलुगु और उर्दू में उसकी कीमत लिखी होती है। हिंदी और अंग्रेजी का इस्तेमाल नोट के अगले हिस्से में होता है। बाकी भाषाएं नोट के पिछले हिस्से पर लिखी होती हैं।

6. निशान से पता चलता है कहां ढला है सिक्का

हर सिक्के पर एक निशान छपा होता है जिसको देखकर आपको पता चल जाएगा कि यह किस मिंट का है। सिक्के में छपी तारीख के नीचे एक डायमंड टूटा नजर आ रहा है। ये चिह्न हैदराबाद मिंट का चिह्न है। हैदराबाद मिंट की शुरुआत में स्टार मार्क का इस्तेमाल किया गया। बाद में इसे बदलकर डायमंड शेप में लाया गया और उनमें से कुछ सिक्के में टूटा डायमंड भी शामिल है। नोएडा मिंट के सिक्कों पर जहां छपाई का वर्ष अंकित किया गया है उसके ठीक नीचे छोटा और ठोस डॉट होता है। इसे सबसे पहले 50 पैसे के सिक्के पर बनाया गया था। 1986 में इन सिक्कों पर ये मार्क अंकित किया जाना शुरू हुआ था। इसके अलावा मुंबई और कोलकाता में मिंट है।

7. 1954 में छापे गए थे 10,000 व 5,000 रुपए के नोट

1938 में पहली बार रिजर्व बैंक ने 10,000 रुपए का नोट भारत में छापा था। रिजर्व बैंक ने जनवरी 1938 में पहली पेपर करंसी छापी थी, जो 5 रुपए नोट की थी। इसी साल 10 रुपए, 100 रुपए, 1,000 रुपए और 10,000 रुपए के नोट भी छापे गए थे। हालांकि, 1946 में 1,000 और 10 हजार के नोट बंद कर दिए गए थे। लेकिन 1954 में एक बार फिर से 1,000 और 10,000 रुपए के नोट छापे गए। साथ ही 5,000 रुपए के नोट की भी छपाई की गई। लेकिन, 1978 में 10,000 और 5,000 के नोट को पूरी तरह से बंद कर दिया गया।

8. RBI नहीं वित्त मंत्रालय जारी करता है एक रुपए का नोट

एक रुपए का नोट वित्त मंत्रालय जारी करता है। बाकी सभी नोट जारी करने का अधिकार रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के पास है। इस नोट पर आरबीआई गवर्नर की जगह फाइनैंस सेक्रेटरी का सिग्नेचर होता है।

9. भारत ही नहीं इन देशों की करंसी भी है रुपया

बीसवीं शताब्दी के शुरुआत में रुपया अदन, ओमान, कुवैत, बहरीन, कतर, केन्या, युगांडा, सेशल्स और मॉरीशस की भी करंसी थी। हालांकि, अभी भी सात ऐसे देश है जहां रुपया उनकी करंसी है। इंडोनेशिया, मॉरीशस, नेपाल, पाकिस्तान, श्रीलंका में रुपया ही चलता है।

10. नेपाल में नहीं चलता 500 और 1000 रुपए का नोट

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नकली नोट की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए नेपाल ने भारतीय 500 और 1000 रुपए के नोट पर प्रतिबंध लगा रखा है। इतना ही नहीं अगर इन नोट के साथ नेपाल में कोई पकड़ा जाता है तो उसे दंड देने का भी प्रावधान है। इसे लेकर भारत और नेपाल के सोनौली बॉर्डर पर एक नोटिस बोर्ड भी लगाया गया है, जिसमें ये चेतावनी दी गई है।