यह ख़बर 04 दिसंबर, 2014 को प्रकाशित हुई थी

एके-47 ने खुद को बताया 'शांति का हथियार'

फाइल फोटो

मॉस्को:

एके-47 एसाल्ट राइफल के लिए दुनिया में मशहूर रूसी कंपनी क्लाशनिकोव ने अपनी छवि को निखारने की योजना के तहत एक नया लोगो व टैगलाइन अपनाया है। कंपनी ने अपने हथियारों को शांति का हथियार (वेपंस ऑफ पीस) बताया है।

क्लाशनिकोव ने दुनिया को एके-47 राइफल दी। यह राइफल एशिया व अफ्रीका महाद्वीप में सुरक्षा बलों के साथ-साथ आतंकी संगठनों के बीच भी लोकप्रिय है। क्लाशनिकोव या एके-47 दुनिया में सबसे जाना पहचाना हथियार है।

रशिया टुडे की एक खबर के अनुसार, कंपनी ने नए सिरे से ब्रांडिंग पहल में 3,80,000 डॉलर से अधिक की राशि खर्च की है।

क्लाशनिकोव के नए लोगो में ‘सीके’ काले व लाल रंग में लिखा गया है। इसका विस्तार ‘क्लाशनिकोव कंसर्न’ है, जिसे कंपनी अपना नया नाम बताती है। कंपनी के बयान में कहा गया है कि ये रंग पश्चिम सर्बिया में उदमुर्तिया के झंडे से लिए गए हैं जहां क्लाशनिकोव का मुख्य कारखाना है।

इसके साथ ही इस हथियार कंपनी ने नया नारा या स्लोगन भी अपनाया है। अंग्रेजी में यह स्लोगन शांति की रक्षा (प्रोटेक्टिंग पीस) और रूसी भाषा में शांति के हथियार (वेपंस ऑफ पीस) निकलता है। इसके साथ ही कंपनी ने फैशन बाजार में उतरते हुए कुछ उत्पाद पेश किए हैं।

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ऐसा माना जाता है कि दुनिया में 10 करोड़ से अधिक क्लाशनिकोव राइफल बिकी हैं। इस बंदूक को विकसित करने वाले मिखाइल क्लाशनिकोव का पिछले साल निधन हो गया।