यह ख़बर 01 फ़रवरी, 2013 को प्रकाशित हुई थी

बाप की हैवानियत की शिकार बच्ची को चाहिए आपकी मदद...

खास बातें

  • बीकानेर में जिस पांच महीने की बच्ची के हैवान पिता ने उसके होंठ और नाक चबा डाले, उस बच्ची का जयपुर के अस्पताल में सफल ऑपरेशन किया गया है।
जयपुर:

अपने पिता के जुल्म की शिकार हुई बीकानेर की बच्ची का जयपुर के सरकारी अस्पताल में सफल ऑपरेशन किया गया है। इस बच्ची के पिता ने शराब के नशे में बच्ची के होंठ और नाक चबा लिए थे। डॉक्टरों का कहना है कि बच्ची को अभी दो हफ्ते अस्पताल में रखा जाएगा और उसके बाद उसे छुट्टी दे दी जाएगी, लेकिन एक महीने बाद उसकी फाइनल सर्जरी होगी।

गौरतलब है कि महिला को अपनी घायल बेटी के साथ एंबुलेंस में 400 किलोमीटर का सफर तय कर जयपुर इसलिए आना पड़ा था, क्योंकि उसके गांव के पास बीकानेर में जो अस्पताल है, वहां प्लास्टिक सर्जन नहीं है। महिला को बच्ची के इलाज के बिना जयपुर से लौटा दिए जाने के बाद घर पहुंचने पर राजस्थान बाल अधिकार आयोग ने मामले में दखल दिया और जयपुर के एसएमएस अस्पताल के प्लास्टिक सर्जन से उसकी मुलाकात तय करवाया और उसके लिए नर्स का भी इंतजाम करवाया गया।

बच्ची की मदद के लिए उसके पिता के घरवालों की ओर से कोई भी सामने नहीं आया। ये लोग बेचारी मां संतोष कंवर को ही दोषी बता रहे हैं, क्योंकि उसने अपने हैवान पति को पुलिस के हत्थे चढ़ा दिया। अब वह अकेली और बेबस है और जयपुर में दो मासूम बच्चियों के साथ उसका संघर्ष जारी है।

संतोष की शादी 14 साल की उम्र में ही कर दी गई थी और शुरुआत से ही उसका पति उसे मारता-पीटता था। 26 जनवरी की रात नशे की हालत में संतोष के पति ने शराब के नशे में अपनी बेटियों पर हमला कर दिया और तीन साल की बेटी की पीठ में काटा और पांच माह की बेटी के नाक और होंठ चबा डाले। पति की इस हरकत के खिलाफ संतोष ने हिम्मत दिखाई और पुलिस में रपट लिखवा दी और उसे गिरफ्तार करवा दिया। इससे नाराज होकर ससुराल वालों ने संतोष को ही घर से निकाल दिया।

ससुराल वालों की बेरुखी के बावजूद संतोष अब सरकार की मदद से बच्चे का इलाज करा रही है। इस पूरी जद्दोजहद में संतोष के पिता हनुमान सिंह उसका साथ दे रहे हैं। हनुमान सिंह का कहना है कि अब बेटी के ससुराल वालों का कहना है कि पहले बेटे को पुलिस से मुक्त कराओ, तब वे समझौता करेंगे। इलाज के लिए पैसे नहीं हैं, लेकिन सरकार से कुछ मदद काम आ रही है।

बच्ची की प्लास्टिक सर्जरी पर आने वाले खर्च का वहन सरकार करेगी, लेकिन अब संतोष बेघर है और उसके पास आमदनी का कोई जरिया नहीं है... यदि आप इस परिवार की मदद करना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए विवरण के मुताबिक अपना चेक या डिमांड ड्राफ्ट भेजें।

द होप ट्रस्ट

बैंक का नाम : सिंडिकेट बैंक

खाता संख्या : 90492010067832

ब्रांच का पता : नंबर 2, कौशल्या पार्क, हौज खास, नई दिल्ली - 110016

चेक निम्नलिखित पते पर भी भेजा जा सकता है -

द होप ट्रस्ट

207, ओखला इंडस्ट्रियल एस्टेट,

फेज-3, नई दिल्ली - 110020

फोन नंबर : 011 - 46176300

ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के लिए अतिरिक्त जानकारी :

आईएफएससी कोड (IFSC Code) : SYNB0009049

एमआईसीआर कोड (MICR Code) : 110025019

ब्रांच कोड (Branch Code) : 009049

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