जब कैमरे के सामने अपना ही अखबार खाने को मजबूर हुआ पत्रकार

जब कैमरे के सामने अपना ही अखबार खाने को मजबूर हुआ पत्रकार

खास बातें

  • पत्रकार का दावा, डायनमो मिंस्क की टीम प्ले ऑफ में नहीं पहुंचेगी.
  • खबर गलत साबित होने पर अखबार का सूप बनाकर पीना पड़ा.
  • बेलारूस के मशहूर खेल अखबार प्रेसबॉल के संपादक है पत्रकार.
बेलारूस:

अगर आप बिना सोचे समझे किसी घटना के होने का दावा करते हैं तो जरा संभल जाइए. बेलारूस के एक पत्रकार का दावा गलत साबित होने पर उसे अखबार को खाना पड़ा. व्यासेलव फेडोरेनकोव नाम के पत्रकार ने बर्फ पर हॉकी खेलने वाली टीम के बारे में एक दावा किया था. दावा गलत साबित होने पर उन्हें अखबार खाकर इसकी कीमत चुकानी पड़ी.

व्यासेलव फेडोरेनकोव बेलारूस के मशहूर खेल अखबार प्रेसबॉल के संपादक हैं. उन्होंने अपनी खबर में दावा किया था कि कांटिनेंटल हॉकी लीग (केएचएल) के प्ले ऑफ में डायनमो मिंस्क की टीम नहीं पहुंचेगी. इसके साथ ही उन्होंने ये भी दावा किया था कि अगर उनकी ये खबर गलत साबित हुई तो वे अपने लिखे शब्द को खाएंगे.

डायनमो मिंस्क की टीम ने अच्छे खेल की बदौलत पत्रकार को गलत साबित करते हुए प्ले ऑफ में पहुंच गई. इसके बाद पत्रकार को अपने वादे मुताबिक प्रेसबॉल अखबार के पन्नों को कैमरे के सामने खाना पड़ा.

बताया जा रहा है कि पत्रकार व्यासेलव फेडोरेनकोव ने अखबार के पन्नों का पहले सूप बनाया फिर उसे पी गए. उन्होंने अखबार के उसी हिस्से को खाया जितने में उनकी खबर प्रकाशित हुई थी. अखबार खाने की तस्वीरें ली गईं और उसे अगले दिन प्रकाशित की गई.

मालूम हो कि भारत सहित दुनिया भर के पत्रकार सूत्रों के हवाले से कई बार खबरें प्रकाशित करते हैं. कई बार ये खबरें गलत साबित होती हैं. ज्यादातर मामलों में खबर गलत होने पर पत्रकार से कोई सवाल-जवाब नहीं किया जाता है. पत्रकार व्यासेलव फेडोरेनकोव की साथ घटी घटना बिना पुष्टि के खबरें लिखने वाले दूसरे पत्रकारों के सामने मिसाल बन सकती है.


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