चेन्नई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब से नोटबंदी की घोषणा की है, उसके बाद से दो हज़ार के नोट के छुट्टा ढूंढना मानो सबसे बड़ा काम हो गया है. एटीएम में पैसे निकलाते वक्त यही कामना रहती है कि कहीं मशीन 2000 का नोट न थमा दे. और अगर गलती से यह बड़ा नोट निकल आता है तो सवाल आता है कि इसका छुट्टा कहां से आएगा. लेकिन शायद कुछ लोगों ने इसका रास्ता भी ढूंढ निकाला है.
चेन्नई के कृष अशोक ने अपने ट्वीट में ऐसी ही एक घटना का ज़िक्र किया जब उनके ऊबर ड्राइवर ने टोल बूथ पर उनसे 2000 का नोट मांगा जिसे देखने के बाद टोल वाले ने उन्हें बगैर अदायगी के ही जाने दिया. ऐसा अंदाज़ा लगाया जा रहा है कि टोल वाले के पास दो हज़ार के नोट के खुले नोट नहीं थे और ड्राइवर ने इस बात का अंदाज़ा पहले ही लगा लिया था. अशोक के इस ट्वीट के बाद ट्विटर पर ड्राइवर की नैतकिता पर सवाल उठने वाले पोस्ट किये जाने लगे.
कृष अशोक बताते हैं कि वह उबर से जा रहे थे जब उनके ड्राइवर ने उनसे 2000 का नोट मांगा. जब अशोक ने पूछा कि क्यों तो ड्राइवर ने कहा कि आप बस देखते जाइए. उसके बाद गाड़ी टोल बूथ पर पहुंची तो ड्राइवर ने वही 2000 का नोट ऑपरेटर को दिखाया. जिसने नोट देखकर कार को बिना किसी पेमेंट के ही जाने दिया. ड्राइवर को शायद ऐसी ही उम्मीद थी.
ट्विटर पर इस पोस्ट के बाद 2000 के नोट के बेजा इस्तेमाल की चर्चा की जा रही है. अशोक के ट्वीट को 2 हज़ार रिट्वीटर और 2200 से ज्यादा लाइक मिले हैं. एक ट्विटर यूज़र ने कहा 'यह अनैतिक है लेकिन आज के दौर में नैतिकता का मोल कहां है.' वहीं एक और ट्विटर यूज़र ने कहा 'अगर मैं कार चला रहा होता तो मैं ऐसा बिल्कुल नहीं करता. लेकिन ड्राइवर अगर ऐसा कर रहा है तो उसके बारे में मैं कुछ नहीं कह सकता.'
वहीं कुछ लोगों ने मज़ाकिया अंदाज़ में कहा कि अब यह तकनीक गुप्त नहीं रही. वही यह भी लिखा गया है कि अगर यह ट्वीट वायरल हो गया तो RBI का अगला नोटिस आएगा कि टोल फीस देते वक्त छुट्टे पैसे रखें.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)