ह्यूमन्स ऑफ न्यूयॉर्क ने इस मां-बेटी की मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाया
आमतौर पर सोशल मीडिया काफी आलोचनाओं से घिरा रहता है। किसी भी व्यक्ति या मुद्दे के पीछे हाथ धोकर पड़ जाना इस माध्यम का स्वभाव है लेकिन कई बार इस मंच पर मानवता की मिसाल भी देखने को मिल जाती है। फेसबुक पेज 'ह्यूमन्स ऑफ न्यूयॉर्क' काफी वक्त से पाकिस्तान के लोगों की आपबीती शेयर कर रहा है। ऐसा ही कुछ एक पाकिस्तानी मां के साथ हुआ जब एक गलत रिश्ते से बाहर निकलकर उन्होंने अपने और अपनी बेटी के लिए मदद की गुहार लगाई।
दिल को पिघला देने वाली इस पोस्ट में इस मां ने अपनी बीमारी की वजह बताते हुए कहा कि क्या कोई उसकी बेटी को गोद ले सकता है। पोस्ट में लिखा है 'मैं एक गलत रिश्ते से बाहर निकली हूं और मुझे नहीं पता मैं कहां जाऊं। मुझे हेपेटाइटिस सी है इसलिए कोई मुझे काम नहीं दे रहा। अपनी बेटी को गोद देना चाहती हूं ताकि उसे अच्छा घर मिल सके। एक मंत्री की पत्नी ने मुझे एक जगह के बारे में बताया था जहां मैं इसे छोड़ सकती हूं लेकिन जब मैं वहां गई तो ये काम मुझसे नहीं हो पाया।'
इसके नीचे एक और पोस्ट है जो उस शख़्स के बारे में है जो इस महिला की मदद करने में लगा है। इसमें लिखा गया है 'मैं इस मां की मदद करने की कोशिश में जुटा हूं। मेरी सीमित कमाई में जितना हो सकता है उतना कर रहा हूं। मैं हर हफ्ते सिर्फ 2500 रूपए कमा पाता हूं और अगले हफ्ते मेरी सगाई भी हो रही है। मैं एक कमेटी बैठाने की कोशिश कर रहा हूं जो रक्त दान कर सके ताकि इस औरत की कुछ मदद हो सके।'
फिर क्या था, इन दोनों ही पोस्ट को पढ़कर मदद करने वालों का तांता लग गया। कई लोगों ने तो इस महिला से मिलने की इच्छा भी जताई। हज़ारों लोगों ने मदद करने के लिए हाथ आगे बढ़ाया, किसी ने एक डॉक्टर की बात कही जो फ्री में हेपेटाइटिस का इलाज करता है तो किसी ने लाहौर में अपने परिवार से मदद लेने का प्रस्ताव दिया।
आखिरकार सोशल मीडिया की जीत हुई और ह्यूमन्स ऑफ न्यूयॉर्क ने इस मां और बेटी को ढूंढ निकाला और अब इन दोनों की ही जिंदगी बदलने वाली है। इन्होंने अपनी नई पोस्ट में लिखा है शुक्रिया, आप सबकी मदद और हौसलों की बदौलत उम्मीद है कि हम इनके दर्द को कम कर पाएंगे और ये जल्द ही अपने पैरों पर खड़ी हो पाएंगी।'