ड्राइंग रूम में रखे टीवी के सामने न करें गुप्त बातें, जासूसी का है खतरा!

ड्राइंग रूम में रखे टीवी के सामने न करें गुप्त बातें, जासूसी का है खतरा!

दावा किया गया है कि सीआईए ने नए मैलवेयर और हैकिंग टूल विकसित किए हैं.

नई दिल्ली:

जासूसी के किस्से तो आपने बहुत पढ़े और सुने होंगे, लेकिन इस बार घर में रखे टीवी से घर की बातें लीक होने का दावा किया गया है. दावा किया जा रहा है कि अमेरिकी सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी (सीआईए) घर में रखे टीवी सेट के जरिए जासूसी करता है. ये बातें विकिलीक्स की ओर से जारी किए गए दस्तावेजों में कही गई है. दावा किया गया है कि सीआईए ने नए मैलवेयर और हैकिंग टूल विकसित किए हैं, जो आपके टीवी को भी हैक कर सकता है. विकिलीक्स के इस दस्तावेज में कहा गया है कि सीआईए की मोबाइल डिवाइस शाखा (एमडीबी) न सिर्फ टीवी, बल्कि आईफोन और एंड्रॉइड-आधारित उपकरणों जैसे लोकप्रिय स्मार्टफोन्स को दूर से हैक करने तथा नियत्रंण में लेने की तकनीक विकसित कर ली है. इनके जरिए  तकनीकों का निर्माण सीआईए के डीडीआई (डिजिटल इनोवेशन निदेशालय) से संबंधित एक विभाग सीसीआई (सेंटर फॉर साइबर इंटेलिजेंस) के अंदर एक सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट ग्रुप ईडीजी (इंजीनियरिंग डेवलपमेंट ग्रुप) की ओर से किया गया है.

जासूसी मुद्दे पर अमेरिका और जापान आमने-सामने

मालूम हो कि पिछले दिनों विकिलीक्स वेबसाइट के एक और खुलासे ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रभाव दिखाना शुरू कर दिया था. इस खुलासे के अनुसार अमेरिका ने जापान की जासूसी की थी. व्हाइट हाउस की तरफ से जारी बयान के हवाले से बताया है कि अमेरिका के तत्कालीन उप-राष्ट्रपति जो बिडेन ने जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे से टेलीफोन पर बात की है. बिडेन ने अबे से कहा कि अमेरिका अपने राष्ट्रपति के निर्देश के हिसाब से "अपना पूरा फोकस राष्ट्रीय सुरक्षा हितों से जुड़ी खुफिया जानकारियों को एकत्र करने पर रखता है."

विकिलीक्स वेबसाइट ने अमेरिकी खुफिया एजेंसी की कई रिपोर्ट की जानकारी दी है, जिनसे पता चलता है कि अमेरिका के जासूसी रडार पर जापान के 35 लोग और ठिकाने थे. इनमें कैबिनेट दफ्तर, बैंक ऑफ जापान, वित्त और व्यापार मंत्रालय और कई कंपनियां शामिल हैं.

 


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