नई दिल्ली: अभिनेता और फिल्म निर्माता फरहान अख्तर चौथी क्लास की पाठ्य पुस्तक में एक अजीबोगरीब प्रयोग को देखकर भड़क गए. उन्होंने इस प्रयोग का जिक्र सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर के जरिए किया. फरहान ने अपने ट्विटर अकाउंट पर उस पाठ्य पुस्तक का एक स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए लिखा, 'यह अविश्वसनीय है'.
दरअसल, चौथी क्लास की उस पाठ्य पुस्तक में बच्चों को भयानक तरीके से यह बताया गया कि कैसे जीवित चीजों को जीने के लिए हवा की आवश्यकता पड़ती है. उस पुस्तक में बच्चों को यह सुझाव दिया गया कि वह बिल्ली बच्चे को लकड़ी के दो अलग-अलग बक्सों में डाल दें. जहां एक बक्से में छेद हो और दूसरा बक्सा बिना छेद का हो. इससे यह देखने को मिलेगा कि बिना छेद वाले बक्से के अंदर जो बिल्ली का बच्चा रखा गया है उसकी मौत हो जाएगी.
फरहान के इस ट्वीट के बाद लोगों ने ट्विटर पर अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं दीं और लगभग 1200 री-ट्वीट भी हुए.फरहान पहले शख्स नहीं हैं जिन्होंने इस पर ट्वीट किया है. इसी साल 2 फरवरी को लोला कुट्टियम्मा नामक एक ट्विटर यूजर ने भी इसे लेकर अपनी नाराजगी जताई थी. एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा था कि उनके दोस्तों ने इस मामले को महिला एवं बाल कल्याण मंत्री मेनका गांधी के समक्ष उठाया था. हालांकि हम उस ट्वीट की सत्यता को प्रमाणित नहीं कर सकते.
देखें फरहान अख्तर द्वारा किए गए ट्वीट-
'रॉक ऑन' के अभिनेता ने लोगों द्वारा ट्विटर पर किए गए कमेंट्स को भी ट्वीट किया. फरहान के इस ट्वीट पर एक शख्स ने कमेंट करते हुए लिखा, 'इस किताब को लौटाने के लिए प्रकाशक ने वितरकों से कहा है. उम्मीद है कि सीबीएसई भी तत्काल प्रभाव से इस पर रोक लगाएगा.' वहीं, एक और ट्विटर यूजर ने लिखा. 'यह बेतुका है. बिल्ली के बच्चे को मारने के लिए कैसे बच्चों को पढ़ाया जा सकता है'. एक अन्य यूजर ने लिखा, 'यह पाठ सिखाता है कि कैसे एक सीरियल किलर बनें.'
सिंगर पापोन ने भी अपने दुख व्यक्त किए: