पाकिस्तान में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स भारत वापस लौटे, तो हैरान रह गए लोग
कोरोनावायरस (Coronavirus) के बढ़ते प्रकोप के चलते विदेश में रहने वाले भारतीय वापस अपने घर लौट रहे हैं. ऐसे में सरकार उनको कुछ दिन के लिए अलग रख रही है. अटारी-वाघा बॉर्डर (Attari-Wagah Border) के माध्यम से 18 मार्च की रात पाकिस्तान से आए 43 भारतीयों को अमृतसर (Amritsar) में उनको अलग रखा गया है. इनमें से 29 लोग क्रिकेट मैच देखने के लिए दुबई गए थे. जो बुधवार में वापिस भारत लौटे. उनके अलावा, पाकिस्तान में पढ़ने वाले 14 भारतीय छात्र (Indian students studying in Pakistan) भी देश लौट आए हैं. सिविल सर्जन परजीत कौर जौहल ने कहा कि वे अमृतसर में उनको अलग रखा गया है.
जैसा कि रिपोर्टें सामने आईं कि भारतीय नागरिक, विशेष रूप से छात्र पाकिस्तान में रह रहे थे, तो लोगों ने जानने की कोशिश की, कि वो पाकिस्तान में आखिर कौन सी पढ़ाई कर रहे थे. लोग ट्विटर पर पूछ रहे हैं कि ऐसी कौन सी पढ़ाई है जो भारत में नहीं हो सकती है. ट्विटर पर लोगों ने ऐसे रिएक्शन्स दिए हैं. ट्विटर पर 'Studying in Pakistan' टॉप ट्रेंड में रहा.
आपको बता दें, पाकिस्तान से लौटे भारतीय छात्र कश्मीर से हैं. 16 मार्च, 2020 की एक हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, कश्मीर से 15 छात्रों सहित लगभग 100 भारतीयों को अटारी-वाघा सीमा के माध्यम से पाकिस्तान से भारत लौटने की अनुमति दी गई थी.
सैकड़ों कश्मीरी छात्र पाकिस्तान में पढ़ते हैं. चूंकि कोरोनोवायरस के प्रकोप के कारण वहां के कॉलेज बंद हो गए हैं, इसलिए उनमें से अधिकांश स्टूडेंट्स घर लौट रहे हैं. उससे पहले, लगभग 60 कश्मीरी छात्र वाघा सीमा पर पाकिस्तान से लौटे थे.