मुहर्रम का जुलूस देख रहे थे लोग, तभी गिरी दीवार और फिर...देखें VIDEO

मुहर्रम (Muharram) इस्लामी महीना है. मान्‍यता है कि इस महीने की 10 तारीख को इमाम हुसैन की शहादत हुई थी, जिसके चलते इस दिन को रोज-ए-आशुरा (Roz-e-Ashura) कहते हैं. मुहर्रम का यह सबसे अहम दिन माना गया है. इस दिन जुलूस निकालकर हुसैन की शहादत को याद किया जाता है. ये हादसा इसी दिन हुआ.

मुहर्रम का जुलूस देख रहे थे लोग, तभी गिरी दीवार और फिर...देखें VIDEO

मुहर्रम के जुलूस के दौरान गिरी दीवार, देखें वीडियो

आंध्र प्रदेश:

आंध्र प्रदेश से मुहर्रम (Muharram) के दौरान हुए एक हादसे का वीडियो सामने आया है. इस वीडियो में ताजिया (Ta'zieh) देखने वाले लोगों की भीड़ लगी हुई है. लोग घरों के बाहर, छतों पर और छज्जे पर खड़े होकर ताजिया देख रहे हैं. इसी बीच छत की एक हिस्‍सा गिर जाता है और दर्जनों लोग घायल हो जाते हैं. मामला आंध्र प्रदेश के कुर्नूल जिले के बिटाद्रापडु का है. घटना 9 सितंबर को देर रात हुई. इस घटना में 20 से ज्यादा लोग घायल हुए. सभी को तुरंत अस्पताल ले जाया गया.


बता दें, मुहर्रम इस्लामी महीना है. मान्‍यता है कि इस महीने की 10 तारीख को इमाम हुसैन की शहादत हुई थी, जिसके चलते इस दिन को रोज-ए-आशुरा (Roz-e-Ashura) कहते हैं. मुहर्रम का यह सबसे अहम दिन माना गया है. इस दिन जुलूस निकालकर हुसैन की शहादत को याद किया जाता है. इस बार मुहर्रम का महीना 01 सितंबर से 28 सितंबर तक है.  वैसे तो मुहर्रम इस्‍लामी कैलेंडर का महीना है लेकिन आमतौर पर लोग 10वें मोहर्रम को सबसे ज्‍यादा तरीजह देते हैं. 

Muharram 2019: आखिर मुहर्रम के दिन क्‍यों मनाया जाता है मातम?

मान्‍यताओं के अनुसार बादशाह यजीद ने अपनी सत्ता कायम करने के लिए हुसैन और उनके परिवार वालों पर जुल्‍म किया और 10 मुहर्रम को उन्‍हें बेदर्दी से मौत के घाट उतार दिया. हुसैन का मकसद खुद को मिटाकर भी इस्‍लाम और इंसानियत को जिंदा रखना था. यह धर्म युद्ध इतिहास के पन्‍नों पर हमेशा-हमेशा के लिए दर्ज हो गया. मुहर्रम कोई त्‍योहार नहीं बल्‍कि यह वह दिन है जो अधर्म पर धर्म की जीत का प्रतीक है. 

VIDEO: बिहार के इस गांव में हिन्दू मनाते हैं मुहर्रम

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