54 वर्षीय पाकिस्तानी नागरिक करीब 5 दशकों से मुंबई में रह रहा था. आखिरकार उन्हें भारतीय नागरिकता मिल गई है. शख्स का नाम आसिफ करादिया है. जो मुंबई के ग्रांट रोड में रहते हैं. आसिफ के माता-पिता भारतीय मूल के हैं. timesofindia की खबर के मुताबिक, उन्होंने दिसंबर 2016 में उस वक्त उच्च न्यायालय का रुख किया था जब उनके पिछले दीर्घकालिक वीजा (एलटीवी) की अवधि पूरी हो गई थी और अधिकारियों ने उनका वीजा तब तक बढ़ाने से इनकार कर दिया था जब तक वह पाकिस्तानी पासपोर्ट पेश नहीं करें. काफी मुकदमेबाजी और अदालत के कई आदेशों के बाद मंत्रालय ने न्यायमूर्ति ए एस ओका और न्यायमूर्ति एम एस संकलेचा की पीठ के समक्ष आखिरकार इस बात की पुष्टि की कि आसिफ को भारतीय नागरिकता दी जाएगी.
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ANI से बात करते हुए आसिफ की मां ने कहा- '1965 में मैं अपने माता-पिता के पास पाकिस्तान गई थी. जहां आसिफ का जन्म हुआ. उसी वक्त भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध छिड़ गया था. जिसके बाद मुझे दो साल पाकिस्तान में ही रहना पड़ा.' पीठ ने मंत्रालय के बयान को उसकी ओर से दिए गए शपथ-पत्र के तौर पर स्वीकार किया और आसिफ की याचिका का निपटारा कर दिया. आसिफ (54) ने अपने वकील आशीष मेहता और सुजय कांतावाला के जरिए उच्च न्यायालय का रुख तब किया था जब उनके एलटीवी की अवधि पूरी हो गई थी और उनके खिलाफ भारत से वापस जाने का नोटिस जारी हो गया था.
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आसिफ करादिया काफी बचपन से ही मुंबई में रहते हैं और रेस्टोरेंट में काम करते हैं. उनकी शादी भी मुंबई में ही हुई है. बता दें, उनकी पत्नी और तीन बच्चे भारतीय हैं. आसिफ के पास आधार कार्ड, पैन कार्ड, राशन कार्ड जैसे सभी पहचान पत्र हैं. लेकिन उनके पास पासपोर्ट नहीं है. यहां तक की वो टैक्स भी भरते हैं. काफी सालों की मशक्कत के बाद अब उनको भारतीय नागरिकता मिल गई है.