मुस्लिम महिलाओं ने हनुमान मंदिर में की पूजा, कहा-तीन तलाक से मुक्ति दिलाएं भगवान

तीन तलाक को कानून बंद करने के लिए करीब 20 मुस्लिम महिलाओं ने वाराणसी के हनुमान मंदिर में हनुमान चालिसा का पाठ किया.

मुस्लिम महिलाओं ने हनुमान मंदिर में की पूजा, कहा-तीन तलाक से मुक्ति दिलाएं भगवान

20 मुस्लिम महिलाओं ने वाराणसी के हनुमान मंदिर में पूजा की. तस्वीर: प्रतीकात्मक

खास बातें

  • वाराणसी के हनुमान मंदिर में पहुंची 20 मुस्लिम महिलाएं
  • मंदिर में मुस्लिम महिलाओं ने किया हनुमान चालीसा का पाठ
  • भगवान हनुमान से मांगी तीन तलाक बंद करने की दुआ
वाराणसी:

तीन तलाक का प्रावधान कानून बंद हो जाए, इस बात की दुआ करने के लिए कुछ मुस्लिम महिलाएं हनुमान मंदिर में पूजा करने पहुंची. मुस्लिम महिलाओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के हुनमान मंदिर में हनुमान चालीसा का पाठ किया. न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक बुर्का पहने 20 महिलाएं वाराणसी के एक हनुमान मंदिर में पहुंची और पुजारी से पूजा करने की इजाजत मांगी. पुजारी की इजाजत के बाद मुस्लिम महिलाओं ने मंदिर में बैठकर हनुमान चालीसा का पूरा पाठ किया. महिलाओं ने बताया कि उन्होंने हनुमान जी से मांगा कि इस देश में तीन तलाक का प्रावधान कानून बंद कर दिया जाए. 

इससे पहले कुछ मुस्लिम महिलाएं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर भी तीन तलाक को बंद करने की मांग रख चुके हैं. बीजेपी ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में तीन तलाके प्रावधान को बंद करने के लिए हर संभव प्रयास करने का वादा किया था.

उधर, सुप्रीम कोर्ट ने मुसलमानों में 'तीन तलाक', 'निकाह हलाला' और बहुपत्नी प्रथा की संवैधानिक वैधता को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई शुरू कर दी. यह सुनवाई लगातार 10 दिनों तक चलेगी. तीन तलाक पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हो रही है. संविधान पीठ इस मुद्दे पर सुनवाई कर रही है. पीठ यह देखेगी कि क्या यह धर्म का मामला है. अगर यह देखा गया कि यह धर्म का मामला है तो कोर्ट इसमें दखल नहीं देगी. लेकिन अगर यह धर्म का मामला नहीं निकला तो सुनवाई आगे चलती रहेगी. तीन तलाक से मौलिक अधिकारों का हनन हो रहा है या नहीं. इस पर कोर्ट देखेगी. बहुविवाह पर कोर्ट सुनवाई नहीं करेगा. 

सीजेआई ने साफ कहा कि पहले तीन तलाक का मुद्दा ही देखा जाएगा. इस सुनवाई में पहले तीन दिन चुनौती देने वालों को मौका मिलेगा. फिर तीन दिन डिफेंस वालों को मौका मिलेगा. 

चुनौती देने वालों को बताना पड़ेगा कि धर्म की स्वतंत्रता के तहत तीन तलाक नहीं आता. वहीं डिफेंड करने वालों को यह बताना पड़ेगा कि यह धर्म का हिस्सा है.

जस्टिस रोहिंग्टन ने केंद्र से पूछा, इस मुद्दे पर आपका क्या स्टैंड है? केंद्र की ओर से एएसजी पिंकी आनंद ने कहा, सरकार याचिकाकर्ता के समर्थन में है कि ट्रिपल तलाक असंवैधानिक है. बहुत सारे देश इसे खत्म कर चुके हैं.

ऑल इंडिया मुस्लिम महिला पर्सनल लॉ बोर्ड की अध्यक्ष शाइस्ता अंबर समेत कई मुस्लिम महिलाओं का संगठन भी तीन तलाक को बैन करने की मांग कर चुके हैं. वहीं ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड इसे जायज बता रहा है तो ऑल इंडिया शिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड इसे गैर कानूनी बता रहा है.
 


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