आविष्कार में जुटा Google, पत्रकारों की तरह खबर लिखते दिखेंगे सॉफ्टवेयर

प्रेस एसोसिएशन के प्रधान संपादक पीटर क्लिफ्टन ने कहा, 'इस सॉफ्टवेयर के आ जाने के बाद पत्रकारों की उपयोगिता खत्म नहीं होगी, हां, ये जरूर है कि संख्या में कटौती की जाएगी. इस सॉफ्टवेयर की मदद से कम पत्रकारों से भी ज्यादा खबरें लिखी जा सकेंगी.'

आविष्कार में जुटा Google, पत्रकारों की तरह खबर लिखते दिखेंगे सॉफ्टवेयर

इस सॉफ्टवेयर को 2018 तक पूरी तरह टेस्टिंग कर लांच कर दिया जाएगा.

खास बातें

  • यह सॉफ्टवेयर मिली जानकारी के आधार पर खबर लिखने में सक्षम
  • इस सॉफ्टवेयर के आ जाने के बाद पत्रकारों की उपयोगिता खत्म नहीं होगी
  • यह सॉफ्टवेयर एक महीने में 30 हजार से ज्यादा खबरें लिखने में सक्षम है
नई दिल्ली:

अब तक दुनिया भर पत्रकार खबरें लिखते हैं, लेकिन जल्द ही ये काम सॉफ्टवेयर करते दिख सकते हैं. इस सॉफ्टवेयर के ऑविष्कार के लिए सर्च ईंजन गूगल (Google) ब्रिटेन की न्यूज एजेंसी 'प्रेस एसोसिएशन' को 8.05 लाख डॉलर (करीब 5.20 करोड़ रुपये) का अनुदान दे रहा है. इस खास सॉफ्टवेयर का नाम रडार Radar (रिपोर्टर्स एंड डाटा एंड रोबोट्स) है. अब तक के शोध के मुताबिक यह सॉफ्टवेयर सरकारी एजेंसियों, स्थानीय कानून प्रवर्तन इकाइयों और अन्य स्रोतों से मिली जानकारी के आधार पर खबर लिखने में सक्षम है. खबर लिखने में यह और कैसे उपयोगी हो सकता है, इसके लिए शोध जारी है. 'द गार्जियन' की खबर के मुताबिक फिलहाल यह सॉफ्टवेयर एक महीने में 30 हजार से ज्यादा खबरें लिखने में सक्षम है. उम्मीद की जा रही है कि इस सॉफ्टवेयर को 2018 तक पूरी तरह टेस्टिंग कर लांच कर दिया जाएगा. 

हालांकि इस सॉफ्टवेयर की लिखी हुई खबरों की गलतियों को सुधारने और संपादन के लिए पत्रकारों की जरूरत बनी रहेगी.

प्रेस एसोसिएशन के प्रधान संपादक पीटर क्लिफ्टन ने कहा, 'इस सॉफ्टवेयर के आ जाने के बाद पत्रकारों की उपयोगिता खत्म नहीं होगी, हां, ये जरूर है कि संख्या में कटौती की जाएगी. इस सॉफ्टवेयर की मदद से कम पत्रकारों से भी ज्यादा खबरें लिखी जा सकेंगी.'

फिलहाल ये भी शोध जारी है कि यह सॉफ्टवेयर खबरें लिखने के साथ तस्वीर और ग्राफिक्स लगाने में भी सक्षम हो जाए.
 


Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com