यह ख़बर 16 अक्टूबर, 2013 को प्रकाशित हुई थी

तोंद नहीं चाहिए तो कम खाइए नमक...

लॉस एंजिलिस:

पेट निकल आना कई बीमारियों को न्योता देने वाला साबित हो सकता है, लेकिन एक स्वास्थ्य विशेषज्ञ के अनुसार, प्रतिदिन अपने भोजन में नमक की मात्रा घटाकर और पोटैशियम से भरपूर फाइबर-युक्त भोजन का अधिकाधिक उपयोग कर हम तोंद निकलने से बच सकते हैं।

अमेरिका के वाशिंगटन में डाइजेस्टिव सेंटर की स्थापना करने वाले गैस्ट्रो-एन्ट्रोलॉजिस्ट रॉबिन चुटकन ने अपनी नई पुस्तक में कहा है कि पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं में तोंद निकलने की शिकायत अधिक होती है। इसका मुख्य कारण यह है कि औरतों की आंत की लंबाई अधिक होती है।

वेबसाइट फीमेलफर्स्ट.को.यूके के अनुसार, चुटकन ने अपनी इस नई पुस्तक में बताया है कि महिलाओं एवं पुरुषों के पाचन तंत्र में कुछ मूल अंतर होते हैं, इसलिए पेट को निकलने से बचाने के लिए कुछ परहेज बरते जाने चाहिए।

चुटकन का कहना है कि भोजन में नमक का अधिक प्रयोग करने से पेट फूल सकता है, सो, एक दिन में अधिकतम 1,500 मिलीग्राम नमक ही खाएं। इसके अलावा अधिकतर रेशायुक्त भोजन लें, क्योंकि घुलनशील एवं अघुलनशील रेशायुक्त भोजन की मिश्रित मात्रा का प्रयोग करना चुस्त-दुरुस्त एवं छरहरा रहने का सबसे अच्छा तरीका है। पेट के अत्यधिक भरे होने से बचें, क्योंकि इससे कब्ज होती है।

ध्यान रखें, सोडियम जहां शरीर में जल के स्तर को बनाए रखता है, वहीं पोटैशियम अतिरिक्त जल से निजात दिलाने में मददगार होता है। केले और शकरकंद जैसे पोटैशियम से भरपूर खाद्य पदार्थ का सेवन करने से कमर के मध्य हिस्से को पतला करने में मदद मिलती है। साथ ही, शरीर में जल की मात्रा बरकरार रखें। पर्याप्त मात्रा में जल का सेवन करने से भोजन के रेशे अपना कार्य बेहतर तरीके से कर पाते हैं, और कब्ज की शिकायत को दूर रखते हैं।

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

चुटकन के अनुसार, पाचन के तनाव से बचना चाहिए। उनका कहना है कि ऐसे खाद्य पदार्थो से दूर रहें, जो पचने में मुश्किल हों, जैसे चीनी या वसायुक्त खाद्य पदार्थ। इसके अलावा कृत्रिम मिठास वाले पदार्थों से भी बचना चाहिए, क्योंकि फ्लेवर्ड पेय पदार्थों, कम कार्बोहाइड्रेट वाले एवं चीनीरहित खाद्य पदार्थों को हमारा शरीर आसानी से नहीं पचा पाता। दरअसल, बड़ी आंत में पाए जाने वाले जीवाणु उन्हें फर्मेन्ट करने की कोशिश करते हैं, जिसके कारण पेट में गैस बनती है और पेट फूल जाता है।