रियो ओलिंपिक में कांस्य पदक विजेता पहलवान साक्षी मलिक (फाइल फोटो)
खास बातें
- साक्षी मलिक ने एक फोटो ट्वीट की जिसमें वो प्लेट भरकर नाश्ता कर रही हैूं
- साक्षी अकेली भारतीय खिलाड़ी नहीं हैं जो स्पेशल ट्रीट का अनंद ले रही है
- पीवी सिंधु और दीपा कर्मकार भी अपने फेवरेट फूड का लुत्फ उठा रही हैं
नई दिल्ली: रियो ओलिंपिक में भारत को पहला पदक दिलाने वाली पहलवान साक्षी मलिक के शब्दों में कहें तो उनका कांस्य पदक 12 साल की कड़ी मेहनत, सब्र और बलिदान का ही परिणाम है. इनमें खाने की अपनी पसंदीदा चीजें छोड़ना भी शामिल है. अब जबकि उन्होंने रियो ओलिंपिक में अपना परचम लहरा दिया है, साक्षी अब वो चीजें भी कर सकती हैं जिनके बारें में हम और आप जरा भी नहीं सोचते.
जैसे नाश्ता करना. 23 वर्षीय साक्षी ने सोमवार को अपनी एक फोटो ट्वीट की. इस फोटो को देखकर आप मुस्कुराए बिना नहीं रह सकते. फोटो में साक्षी प्लेट भर कर नाश्ता कर रही हैं और उनके चेहरे की खुशी देखते बनती है.
साक्षी के इस ट्वीट पर लोगों ने प्रतिक्रिया भी दी.
साक्षी एकमात्र भारतीय ओलिंपिक खिलाड़ी नहीं हैं जो स्पेशल ट्रीट का अनंद ले रही हैं. रियो ओलिंपिक में सिल्वर मेडल जीतने वाली बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधु सोमवार को ही घर लौटी हैं, उनके लिए घर में बिरयानी और मैसूर पाक जैसी डिश तैयार थी. सिंधु की मां पी विजया ने अपनी बेटी की पसंदीदा चीजें तैयार की थी.
रियो में सिंधु के पदक जीतने के बाद उनके कोच पुलेला गोपीचंद ने समाचार एजेंसियों को बताया था कि संधु को जो भी पसंद था वो उनको खाने की इजाजत नहीं थी. मसलन ट्रेनिंग के दौरान उन्हें दही, आईसक्रीम जैसी चीजें खाने की इजाजत नहीं थी.
किसी भी ओलिंपिक में भारत जिमनास्टिक के फाइनल में जगह बनाने वाली सबकी फेवरेट दीपा कर्मकार ने प्रॉडुनोवा वॉल्ट में भले ही चौथे स्थान पर रही हों, लेकिन उन्होंने देशभर के लोगों का दिल जीत लिया. दीपा ने भी ओलिंपिक में अपने प्रदर्शन का जश्न आईसक्रीम और स्ट्रॉबेरी से बनी अपनी फेवरेट डिश खाकर मनाया.
23 वर्षीय दीपा 0.15 अंकों से प्रॉडुनोवा वॉल्ट इवेंट में पदक से चूक गईं. उन्होंने रॉयटर्स से कहा, 'मैंने फाइनल के दो दिन बाद आईसक्रीम खाई और दो लार्ज स्ट्रॉबेरी स्मूदीज भी. 3 महीनों में यह पहला मौका था जब मैंने कोई डेजर्ट खाया. दीपा हंसते हुए कहती हैं, 'लगता है कुछ ज्यादा ही हो गया क्योंकि अब मेरा गला खराब हो गया है.