जर्मनी में भी बढ़े थे पेट्रोल-डीजल के दाम, जनता ने ये काम कर रातोंरात कराए थे कम

भारत में पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ रहे हैं ठीक वैसे ही सन् 2000 में जर्मनी में उच्च स्तर पर पहुंच चुके थे. जिसके बाद जर्मनी की जनता ने कुछ ऐसा किया जिससे सरकार के भी पसीने छूट गए थे. 

जर्मनी में भी बढ़े थे पेट्रोल-डीजल के दाम, जनता ने ये काम कर रातोंरात कराए थे कम

भारत में पेट्रोल-डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं. मुंबई में पेट्रोल के दाम 85 रुपये 65 पैसे और डीज़ल 73 रुपये 20 पैसे प्रति लीटर हो गए है. महाराष्ट्र के परभणी में पेट्रोल 87 रुपये 64 पैसे और डीज़ल 74 रुपये 17 पैसे तक पहुंच गया है. पेट्रोल 36 पैसे और डीज़ल 22 पैसे महंगा हो गया है. महाराष्ट्र ही नहीं देश के हर कोने में दाम बढ़ते जा रहे हैं. जैसे फिलहाल भारत में पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ रहे हैं ठीक वैसे ही सन् 2000 में जर्मनी में उच्च स्तर पर पहुंच चुके थे. जिसके बाद जर्मनी की जनता ने कुछ ऐसा किया जिससे सरकार के भी पसीने छूट गए थे. 

ईंधन की बढ़ती कीमतों के ‘तत्काल समाधान’ पर विचार कर रही केंद्र सरकार : धर्मेंद्र प्रधान
 

petrol diesel price rise in germany

उतर आए थे सड़कों पर

जर्मनी में दिन-ब-दिन पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ते जा रहे थे. जनता काफी परेशान हो चुकी थी. लोगों ने ऐसा तरीका निकाला जिससे सरकार को झुकना पड़ा. उन्हें रातों-रात दामों को कम करना पड़ा. telegraph की खबर के मुताबिक, लोगों ने अपनी गाड़ियों सड़कों पर छोड़ दीं और प्रदर्शन किया. जर्मनी की राजधानी बर्लिन में करीब 4 हजार गाड़ियां खड़ी हुई थीं. भारी मात्रा में गांव के लोगों ने भी इस प्रदर्शन में हिस्सा लिया था. 

पेट्रोल-डीजल के दाम 12वें दिन भी बढ़े, पेट्रोल 36 पैसे और डीज़ल 22 पैसे हुआ महंगा

इस विरोध से सरकार के छूटे पसीने

सड़क पर गाड़ियां छोड़ने के बाद लंबा जाम लग गया था. पूरे शहर में अफरा-तफरी मच गई थी. शहर और हाइवे पर सिर्फ गाड़ियां ही गाड़ियां देखने को मिलीं. इस विरोध के कारण काम ठप्प हो गया था. कई कंपनियों का काम बंद हो चुका था. जिससे सरकार के पसीने छूट गए. सरकार को झुकना पड़ा और तेल के दाम रातोंरात कम कर दिए. 

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com