यह ख़बर 13 अगस्त, 2014 को प्रकाशित हुई थी

पूर्व पाक क्रिकेटर इमरान खान की मौत की अफवाह ने वॉट्सऐप पर पकड़ा जोर

इमरान खान की फाइल तस्वीर

नई दिल्ली:

सोशल मीडिया के हज़ारों फायदे गिनाए जाते हैं, लेकिन इसके नुकसान भी कम नहीं हैं। लोकप्रिय मोबाइल एप्लिकेशन 'वॉट्सऐप' पर मंगलवार रात से एक अफवाह ने ज़ोर पकड़ा हुआ है कि पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेट कप्तान तथा राजनेता इमरान खान की कथित रूप से गोली मारकर हत्या कर दी गई है।

हालांकि पाकिस्तानी क्रिकेट के सिरमौर कप्तान कहकर पुकारे जाने वाले इमरान खान के बारे में लगातार फैल रही इस अफवाह के बारे में किसी भी मुख्यधारा के अख़बार या मीडिया हाउस ने कुछ नहीं लिखा-बताया है, लेकिन इसके बावजूद मोबाइल मैसेंजर 'वॉट्सऐप' पर न सिर्फ यह ख़बर चलाई जा रही है, बल्कि अपुष्ट रूप से कुछ तस्वीरें भी प्रसारित की जा रही हैं।

उधर, माइक्रोब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर पर इस अफवाह को सिरे से नकार दिया गया है, और 'वॉट्सऐप' पर इस फर्ज़ी ख़बर को प्रसारित करने वालों की आलोचना भी की जा रही है।

उल्लेखनीय है कि लगभग 20 साल तक पाक क्रिकेट की सेवा करने के बाद इमरान खान ने वर्ष 1996 में एक नई पार्टी 'तहरीक-ए-इंसाफ' का गठन कर राजनीति में प्रवेश किया था, हालांकि उन्हें कभी कोई बड़ी कामयाबी हासिल नहीं हुई।

हाल ही में इमरान खान ने देश के प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ की पार्टी पर चुनावों में धांधली का आरोप लगाते हुए एक जुलूस निकाला था, जिसमें कथित रूप से हजारों लोग शामिल हुए थे। इमरान खान ने प्रधानमंत्री के खिलाफ दिए भाषण में यह भी कहा था, "अगर मुझे कुछ हो जाता है, तो शरीफ परिवार को छोड़ना नहीं..."

इसके अलावा पाकिस्तान के एक धार्मिक नेता ताहिर उल-कादरी ने भी इमरान खान के साथ आकर नवाज़ शरीफ के खिलाफ अभियान छेड़ा, और अपने समर्थकों के बीच भाषण देते हुए कहा, "अगर मेरी हत्या हो जाती है, तो मेरे अनुयायियों को प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ, उनके पूरे परिवार और कैबिनेट को ज़रूर मार डालना चाहिए..."

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