यह ख़बर 15 जुलाई, 2013 को प्रकाशित हुई थी

राहुल गांधी को अंतिम टेलीग्राम, सोशल साइटों पर उड़ा मजाक

खास बातें

  • देश से 163 वर्ष पुराने टेलीग्राम सेवा की विदाई के साथ ही पुरानी स्मृतियों से जुड़े लोगों ने सोमवार को सोशल साइटों पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को अंतिम टेलीग्राम संदेश भेजे जाने के निर्णय का जमकर उपहास उड़ाया।
कोलकाता:

देश से 163 वर्ष पुराने टेलीग्राम सेवा की विदाई के साथ ही पुरानी स्मृतियों से जुड़े लोगों ने सोमवार को सोशल साइटों पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को अंतिम टेलीग्राम संदेश भेजे जाने के निर्णय का जमकर उपहास उड़ाया।

नई दिल्ली के केंद्रीय टेलीग्राम कार्यालय (सीटीओ) से रविवार देर रात 11.45 बजे राहुल गांधी को अंतिम टेलीग्राम संदेश भेजा गया। सोशल नेटवर्किंग साइटों पर इसे लेकर राहुल गांधी के 'पप्पू' उपनाम से उपहास करने वाली टिप्पणियों की बाढ़-सी आ गई।

फेसबुक जैसी सोशल साइटों पर लोगों ने इस तरह की टिप्पणियां कीं- "1.2 अरब लोगों के बीच पप्पू को ही अंतिम टेलीग्राम संदेश मिला..एकदम बकवास।" और "पप्पू.. इतिहास बनाने के लिए फिक्सिंग की.. अब पप्पू इतिहास की पुस्तकों के जरिए प्रसिद्ध हो जाएगा।"

फेसबुक पर ही एक अन्य टिप्पणी में कहा गया है, "चाचा-भतीजावादी, कांग्रेस ने फिर से कर दिखाया। अंतिम टेलीग्राम संदेश राहुल गांधी को भेजा गया।"

टेलीग्राम सेवा के समाप्त होने पर फेसबुक जैसी सोशल साइटों पर इसे लेकर टिप्पणियों की जैसे बाढ़ आ गई।

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एक टिप्पणी में इस पर दुख व्यक्त करते हुए कहा गया है, "टेलीग्राम प्रौद्योगिकी की मौत..163 वर्ष का हो गया था..ईश्वर उसकी आत्मा को शांति दें।" वहीं एक अन्य टिप्पणी में इस पर व्यंग्य किया गया, "टेलीग्राम.. तुम्हें याद रखेगा..कोई भी नहीं।"